Farmers Protest: कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी हैं. उनके आंदोलन का आज 39 वां दिन हैं. दिल्ली में कड़ाके के ठंड के बाद भी किसान अपने आंदोलन से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. वहीं सरकार और किसानों के बीच छठें दौर की बातचीत में दो मांगे मानी जाने के बाद सातवें दौर की बातचीत सोमवार को एक बार फिर से होने जा रही हैं. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री, कैलाश चौधरी (Kailash Choudhary) ने उम्मदी जताई है कि कल होने वाली बातचीत के दौरान सरकार और किसानों के बीच समझौता हो जायेगा और आंदोलन भी खत्म हो जायेगा.
किसानों के आंदोलन को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर 'अहंकार' का आरोप लगाया है, उन्होंने कहा कि सरकार अब सत्ता के अपने अहंकार को दूर कर 'राजधर्म' का पालन करे और तीनों काले कृषि कानूनों को वापस ले. उन्होंने एक बयान में कहा, "मोदी सरकार के पास अभी भी समय है कि वह सत्ता के अहंकार से बाहर आकर किसानों के आंदोलन को खत्म करने के लिए तीनों नए केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस ले ले.यह 'राजधर्म' निभाना उन दिवंगत आत्माओं को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, जिन्होंने विरोध प्रदर्शन के दौरान अपनी जान गवां दी. यह भी पढ़े: Farmers Protest: दिल्ली में ठंड के बीच बारिश होने से किसानों की मुश्किलें बढ़ी, प्रदर्शनकारी ने कहा-तिरपाल और जो कुछ भी हम लेकर आए हैं उसी से अपना बचाव कर रहे हैं
हमें पूरी उम्मीद है कि किसानों के साथ कल होने वाली बैठक में समझौता होगा और किसानों की समस्या का हल निकलेगा। हमें आशा है कि बातचीत होगी और आंदोलन का समापन होगा: केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री, कैलाश चौधरी #farmersrprotest pic.twitter.com/ijjjawk9mn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 3, 2021
बता दें कि पिछली बैठक में सरकार और किसानों के बीच चार मांगो में सरकार ने दो मांगे मांग बिजली के प्रस्तावित बिल को वापिस लेने और पराली के मामले में सरकार ने अध्यादेश जारी किया था उसे वापस लिया जायेगा. वहीं दो मांगे जो किसानों की सरकार से हैं. MSP और तीनों कृषि कानून को रद्द करने पर बात होने वाली हैं. सोमवार को होने वाली बैठक को लेकर किसानों ने साफ़ किया है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी तो गर मांगे नहीं मानी गईं तो 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च करेंगे.