मध्य प्रदेश के उपचुनाव में बीजेपी बड़ी जीत की तरफ बढ़ रही है. ताजा आंकड़ो पर अगर नजर डालें तो बीजेपी ने अब तक 14 सीटों पर दर्ज कर ली है. जबकि 5 पर आगे है. वहीं कांग्रेस की बात करने तो उनके खाते में अब तक 3 सीटें आई है. जबकि 6 पर कांग्रेस आगे है.
बदनावर विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव जी को भारी बहुमत से विजयी
बदनावर विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव जी को भारी बहुमत से विजयी होने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं| बदनावर विधानसभा के समस्त मतदाताओं का सहृदय आभार।@dattigaon— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) November 10, 2020
मध्य प्रदेश में बीजेपी बड़ी जीत के करीब है. बीजेपी रुझान में 21 सीटों पर आगे है. जबकि कांग्रेस एक 6 सीटों पर समिति है. वहीं, अन्य को 1 सीट मिली है.
मप्र विधानसभा उपचुनावों में विजयी हुए भारतीय जनता पार्टी के सभी प्रत्याशियों को हार्दिक शुभकामनाएं. वहीं सभी देवतुल्य मतदाताओं का हृदय से आभार.
मप्र विधानसभा उपचुनावों में विजयी हुए भारतीय जनता पार्टी के सभी प्रत्याशियों को हार्दिक शुभकामनाएं। वहीं सभी देवतुल्य मतदाताओं का हृदय से आभार।
मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी विजयी उम्मीदवार जनसेवा और अपने विधानसभा क्षेत्र के समुचित विकास के लिए सदैव तत्पर रहेंगे| @BJP4India— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) November 10, 2020
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना के मद्देनजर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं के एक दूसरे को मिठाई खलाई
#MadhyaPradeshBypolls: BJP leaders, including CM Shivraj Singh Chouhan, exchange sweets at their Bhopal office as trends show the party leading on 19 of the 28 seats.
Congress is leading on 8 & BSP on one.
In the 230-member assembly, BJP at present has 107 MLAs & Congress 87. pic.twitter.com/A0BCWcGC9Y— ANI (@ANI) November 10, 2020
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना का दौर जारी है. शुरुआत में जिन 28 सीटों के रुझान आए हैं, उनमें से 19 पर भाजपा आगे है और 8 पर कांग्रेस आगे है. जबकि अन्य पर एक आगे है.
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना का दौर जारी है. शुरुआत में जिन सीटों के रुझान आए हैं, उनमें से 18 पर भाजपा आगे है और 9 पर कांग्रेस और अन्य एक पर आगे है.
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश में बीजेपी आगे, BJP जहां 13 सीट तो कांग्रेस 7 और BSP एक सीट पर आगे है.
#MadhyaPradesh by-polls: BJP leading on 13 seats, Congress on 7 and BSP on one.
28 seats voted in by-polls held in the state which has a 230-member Assembly. pic.twitter.com/YdZS3b82Gd— ANI (@ANI) November 10, 2020
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश में बीजेपी आगे, BJP जहां 13 सीट तो कांग्रेस 7 और BSP एक सीट पर आगे है.
#MadhyaPradesh by-polls: BJP leading on 13 seats, Congress on 7 and BSP on one.
28 seats voted in by-polls held in the state which has a 230-member Assembly. pic.twitter.com/YdZS3b82Gd— ANI (@ANI) November 10, 2020
मध्य प्रदेश उपचुनाव के रुझान में बीजेपी आगे है. वहीं कांग्रेस 9 सीटों पर आगे चल रही है. अन्य की बात करें तो दो सीट पर उनकी बढ़त है.
मध्य प्रदेश विधासनभा उपचुनाव के परिणाम अब से कुछ ही देर में आने शुरू हो जाएंगे. एक तरफ जहां पर कांग्रेस की कमान कमलनाथ के हाथों में थी. वहीं, दूसरी तरफ एमपी में बीजेपी कि कमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधियां ने संभाल रखी थी. मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतगणना मंगलवार 10 नवंबर को 19 जिला मुख्यालयों में होगा. अगर एग्जिट पोल के नतीजों पर नजर डालें तो, आज तक-एक्सिस के एग्जिट पोल में अनुमान लगाया गया है कि बीजेपी मध्य प्रदेश में 16 से 18 सीटें जीत सकती है जबकि विपक्षी दल कांग्रेस 10 से 12 सीटों पर सीमित रहेगा.
वहीं, कांग्रेस कम सीटों को लेकर एग्जिट पोल के नतीजों से खुश नहीं है. उन्हें उम्मीद है कि राज्य में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर होगा. इस दौरान कमलनाथ ने बीजेपी पर कई बार हमला भी किया. फिलहाल अभी कुछ देर में मध्य प्रदेश उपचुनाव के परिणाम आने शुरू हो जाएंगे. उसके बाद साफ हो जाएगा कि किस पार्टी ने एमपी की जनता का दिल जीता और किसने मौका गंवाया.
गौरतलब हो कि मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर उपचुनाव के तहत तीन नवंबर को मतदान हुआ है. इसमें से 25 सीटें कांग्रेस विधायकों के पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल होने से और तीन सीटें विधायकों के निधन होने से खाली हुई थीं. बता दें कि इसी साल मार्च महीने में कांग्रेस के 22 विधायकों के त्यागपत्र देने के बाद बीजेपी में शामिल होने से कमलनाथ सरकार अल्पमत में आकर गिर गई थी. इनमें अधिकांश विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक थे. सिंधिया स्वयं भी मार्च माह में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गये थे.