
12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए यात्रियों में से 11 लोगों की पहचान डीएनए जांच के जरिए हो चुकी है. अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधिकारियों ने शनिवार को इसकी पुष्टि की. बीजे मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. रजनीश पटेल ने बताया कि इनमें से एक मृतक का शव शनिवार को परिजनों को सौंप दिया गया, जबकि दो और शव उसी दिन सौंपे जाने की प्रक्रिया में हैं. डॉ. पटेल ने कहा, “जैसे ही किसी शव का डीएनए उसके परिजनों से मेल खाता है, उन्हें सूचना दी जाती है. कृपया कोई भी परिवार बिना सूचना के अस्पताल न पहुंचे.” अब तक आठ शव ऐसे थे जिन्हें पहचान के आधार पर पहले ही परिजनों को सौंपा जा चुका है.
270 शव अस्पताल लाए गए, एक यात्री चमत्कारिक रूप से बचा
डॉक्टरों के अनुसार, अब तक करीब 270 शव मलबे से निकालकर सिविल अस्पताल लाए गए हैं. हादसे में सिर्फ एक व्यक्ति, विश्वास कुमार रमेश, चमत्कारिक रूप से जीवित बचे हैं. डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत अब पूरी तरह स्थिर है और वह ठीक हो रहे हैं.
गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले लोग राज्य के 33 में से 18 जिलों से थे. इसके अलावा 11 विदेशी नागरिकों के परिजनों से भी संपर्क किया गया है. प्रशासन ने 230 टीमें बनाई हैं जो पीड़ितों के परिवारों के साथ समन्वय कर रही हैं.
तेज रफ्तार में चल रही डीएनए जांच प्रक्रिया
चूंकि अधिकतर शव बुरी तरह जले या क्षत-विक्षत हैं, इसलिए पहचान के लिए डीएनए जांच ही एकमात्र विकल्प बचा है. इस प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने के लिए राज्य के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने शनिवार को एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने बताया कि राज्यभर से और केंद्र से आए विशेषज्ञ 24x7 काम कर रहे हैं.
घटना स्थल – बीजे मेडिकल कॉलेज का हॉस्टल परिसर
लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने जैसे ही अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरी, वह कुछ ही पलों बाद मेघाणीनगर इलाके में स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास परिसर पर गिर पड़ी. इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है.