अरविंद केजरीवाल लगातार तीसरी बार बने दिल्ली के मुख्यमंत्री, उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिलाई पद और गोपनीयता की शपथ
अरविंद केजरीवाल ने ली सीएम पद की शपथ (Photo Credit- ANI)

दिल्ली: अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने राम लीला मैदान में तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राम लीला मैदान में आम आदमी पार्टी विधायक दल के नेता अरविंद केजरीवाल ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. अरविंद केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने हैं. अरविंद केजरीवाल के साथ मनीष सिसोदिया, सतेंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन, राजेंद्र पाल गौतम ने मंत्री पद की शपथ ली है. इससे पहले साल 2013 में पहली बार अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. दूसरी बार 2015 में वो राज्य के सीएम बने. अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल किया.

अरविंद केजरीवाल के बाद मनीष सिसोदिया ने भी मंत्री पद की शपथ ली. मनीष सिसोदिया ने पटपड़गंज विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी. उन्होंने साल 2013, 2015 के बाद 2020 में लगातार तीसरी बार पटपड़गंज से जीत हासिल की. इससे पहले दिल्‍ली के उप मुख्‍यमंत्री और शिक्षा मंत्री रहे. मनीष सिसोदिया सीएम केजरीवाल के सबसे करीबी माने जाते हैं. आम आदमी पार्टी की जीत में उनका रोल बेहद अहम है. मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव किए.

अरविंद केजरीवाल ने तीसरी बार ली दिल्ली के सीएम पद की शपथ-

मनीष सिसोदिया ने ली मंत्री पद की शपथ-

सतेंद्र जैन 2013, 2015 के बाद 2020 में लगातार तीसरी बार शकूरबस्ती से विधायक बने. वे आप सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे. फ्री इलाज, मोहल्ला क्लीनिक का श्रेय सतेंद्र जैन को ही जाता है. सतेंद्र जैन के बाद गोपाल राय ने मंत्री पद की शपथ ली. गोपाल राय नेआजादी के शहीदों के नाम पर शपथ ली. वे दिल्ली सरकार में श्रम और रोजगार मंत्री रहे हैं.

कैलाश गहलोत ने मंत्री पद की शपथ ली. उन्होंने 2015 और 2020 में नजफगढ़ से जीत दर्ज की. कैलाश गहलोत दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री रहे हैं. इमरान हुसैन ने अल्पसंख्यक चेहरे के तौर पर मंत्री पद की शपथ ली. 2015 और 2020 में बल्लीमारान से विधायक बने. इमरान हुसैन के बाद राजेंद्र पाल गौतम ने मंत्री के तौर पर शपथ ली. उन्होंने 2015 और 2020 में सीमापुरी से जीत हासिल की.

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल कर सिल्ली की सत्ता पर अपना कब्जा जमाया है. बीजेपी ने इस चुनाव में मात्र 8 सीटों पर जीत दर्ज की तो वहीं कांग्रेस पिछले चुनाव की तरह इस बार भी अपना खता नहीं खोल पाई.