असम में इन दिनों एक बड़ी खबर चर्चा में है. राज्य सरकार ने श्यामकानू महंता (Shri Syamkanu Mahanta) नाम के एक व्यक्ति और उनकी किसी भी जुड़ी हुई संस्था पर सख्त पाबंदी लगा दी है. अब वो असम में कोई भी फंक्शन, फेस्टिवल या कार्यक्रम नहीं कर सकेंगे. ये फैसला इतना सख्त है कि सरकार उन्हें कोई फाइनेंशियल मदद, विज्ञापन या स्पॉन्सरशिप भी नहीं देगी, चाहे वो सीधे जुड़े हों या अप्रत्यक्ष रूप से.
इतना ही नहीं, असम सरकार भारत सरकार से भी अपील करेगी कि वो महंता को किसी भी तरह की आर्थिक मदद या स्पॉन्सरशिप न दें.अब सवाल ये है कि आखिर ये श्यामकानू महंता कौन हैं और ये पाबंदी क्यों लगाई गई? तो सुनिए, महंता नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के ऑर्गनाइजर हैं, जो नॉर्थ ईस्ट की संस्कृति को प्रमोट करने वाला एक बड़ा इवेंट है.
लेकिन हाल ही में ये फेस्टिवल विवादों में घिर गया, क्योंकि मशहूर असमिया सिंगर जुबीन गर्ग की मौत इसी से जुड़ी बताई जा रही है. जुबीन सिंगापुर में हुए फेस्टिवल में परफॉर्म करने गए थे, और वहां उनकी अचानक मौत हो गई.
The State Government has decided to prohibit Shri Syamkanu Mahanta and any organisation associated with him from holding any functions or festivals within the State of Assam. Further, the State Government will not provide any financial grant, advertisement, or sponsorship to any…
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 24, 2025
लोगों का गुस्सा फूट पड़ा, और उन्होंने महंता की गिरफ्तारी की मांग की.
सरकार ने इस मौत की जांच के लिए CID को लगा दिया है, और महंता समेत जुबीन के मैनेजर पर FIR भी दर्ज हुई है. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने खुद इस पाबंदी का ऐलान किया, और कहा कि ऐसी घटनाओं से राज्य की छवि खराब होती है.
जुबीन गर्ग असम के बहुत बड़े स्टार थे, उनके गाने हर घर में बजते थे, और उनकी मौत से लोग सदमे में हैं. ये फैसला 24 सितंबर को लिया गया, और सोशल मीडिया पर लोग इसे सही ठहरा रहे हैं. कुछ कह रहे हैं कि जांच पूरी होने तक ये जरूरी कदम है, ताकि कोई और ऐसी घटना न हो. लेकिन महंता की तरफ से अभी कोई बयान नहीं आया है.













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