एक लंबे अरसे से दुनिया भर की महिलाओं को पुरुषों के समान बराबर का अधिकार (Right to Equality) देने की पैरवी की जा रही है. नौकरी से लेकर राजनीति तक कई क्षेत्रों में महिलाओं को पुरुषों के बराबर अधिकार देने के लिए नियम बनाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में दक्षिण अफ्रीका (South Africa) की सरकार ने सामाजिक रुढ़ियों को तोड़ते हुए महिलाओं को एक से अधिक पति रखने (Multiple Husbands) का हक दिलाने वाला नया प्रस्ताव पेश किया है. इस घोषणा के बाद अब इस देश में बहुपत्नी प्रथा के साथ-साथ बहुपतित्व (Polyandry) प्रथा की भी शुरुआत होने वाली है. दरअसल, पहले यहां सिर्फ पुरुषों को ही एक से ज्यादा पत्नियां रखने का अधिकार था, लेकिन अब मैरिज एक्ट (Marriage Act) में बदलाव के इस प्रस्ताव के बाद महिलाएं भी एक से ज्यादा शादियां कर सकेंगी.
हालांकि दक्षिण अफ्रीकी सरकार के इस फैसले से इस देश के रुढ़िवादी संगठन बेहद नाराज हो गए हैं. उनका मानना है कि इस तरह के कानून के लागू होने से दक्षिण अफ्रीका की संस्कृति खत्म हो जाएगी. रिपोर्ट के अनुसार, देश के मशहूर बिजनेसमैन और खुद चार शादी करने वाले मूसा मेसेलेकु ने सरकार के इस फैसले का विरोध जताया है. उन्होंने अफ्रीकी सभ्यता के समाप्त होने का हवाला देते हुए तंज कसा है कि क्या अब इस देश के मर्दों को महिलाओं का सरनेम भी लगाना पड़ेगा? यह भी पढ़ें: UK में भारतीय मूल के व्यक्ति को मिली 9 साल की सजा, डेटिंग साइट पर मिली महिला के साथ किया था बलात्कार
वहीं महिलाओं को समानता का अधिकार दिलाने वाले इस कानून को लेकर प्रोफेसर कोलिस मेकोको ने कहा कि अफ्रीकी समाज सही मायनों में समानता के लिए तैयार नहीं है. हमें नहीं पता कि हम ऐसी महिलाओं के साथ कैसे डील करेंगे, जिन्हें हम कंट्रोल नहीं कर सकते हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस प्रस्ताव को दक्षिण अफ्रीका के गृह विभाग ने दिया है और इसे ग्रीन पेपर में शामिल करने की मांग की गई है. आपको बता दें कि दक्षिण अफ्रीका का संविधान दुनिया के सबसे प्रोग्रेसिव संविधानों में से एक माना जाता है, जहां समलैंगिक विवाह को मान्यता प्राप्त है और ट्रांसजेंडर्स को भी पूरे अधिकार दिए गए हैं. यह भी पढ़ें: फ्लाइट में सवार युवती का सनसनीखेज आरोप- पीछे बैठा पुरुष यात्री कर रहा था ये गंदा काम, विरोध करने पर हुआ ये अंजाम
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका में महिलाओं को पुरुषों के बराबर एक से ज्यादा पार्टनर रखने की इजाजत देने वाले इस कानून को लेकर भले ही बवाल मचा है, लेकिन पड़ोसी देश जिम्बाब्वे में पहले से ही महिलाओं को एक से अधिक पति रखने का अधिकार प्राप्त है.