
नासा जल्द ही वॉयेजर 2 अंतरिक्ष यान पर एक और वैज्ञानिक उपकरण को बंद करने की योजना बना रहा है ताकि ऊर्जा की बचत की जा सके. यह कदम पिछले सप्ताह वॉयेजर 1 पर एक समान उपकरण को बंद करने के बाद उठाया गया है.
वॉयेजर 2 पर बंद होने वाला उपकरण
नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार, वॉयेजर 2 पर जिस उपकरण को बंद किया जाएगा, वह चार्ज्ड पार्टिकल्स और कॉस्मिक किरणों को मापने के लिए उपयोग किया जाता है. इससे पहले, वॉयेजर 1 पर भी ऐसा ही एक उपकरण बंद किया गया था, जो विशेष रूप से कॉस्मिक किरणों के अध्ययन के लिए कार्यरत था.
यह कदम नासा की उस व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य दोनों ऐतिहासिक अंतरिक्ष यानों के संचालन को यथासंभव लंबे समय तक बनाए रखना है. वॉयेजर 1 और 2 अंतरिक्ष यान इंटरस्टेलर स्पेस (सौर मंडल के प्रभाव से बाहर के विशाल क्षेत्र) से वैज्ञानिक डेटा भेज रहे हैं.
नासा की रणनीति और भविष्य की योजना
नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी में वॉयेजर प्रोजेक्ट की प्रबंधक सुज़ैन डोड ने बताया कि 47 वर्षों के लंबे अंतरिक्ष अभियान के कारण इन यानों की ऊर्जा आपूर्ति धीरे-धीरे कम हो रही है. इसलिए, वैज्ञानिक डेटा प्राप्त करने के लिए और यथासंभव लंबे समय तक इन मिशनों को जारी रखने के लिए कुछ उपकरणों को बंद करने की जरूरत है.
वॉयेजर 1 और 2: ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन
वॉयेजर 1 और 2 को 1977 में लॉन्च किया गया था. इनका मूल उद्देश्य बाहरी ग्रहों का अध्ययन करना था. इन अंतरिक्ष यानों ने कई अद्वितीय खोजें कीं, जिनमें बृहस्पति के हल्के छल्ले, शनि के जटिल चंद्रमा और वॉयेजर 2 द्वारा किए गए यूरेनस और नेपच्यून के ऐतिहासिक फ्लाईबाय शामिल हैं.
वर्तमान स्थिति
हालांकि इन यानों पर कुछ उपकरण बंद किए जा रहे हैं, फिर भी दोनों वॉयेजर अंतरिक्ष यान के तीन उपकरण अभी भी कार्यरत हैं और सूर्य के सुरक्षा कवच तथा गहरे अंतरिक्ष के रहस्यों की जानकारी जुटा रहे हैं. वर्तमान में वॉयेजर 1 पृथ्वी से 15 अरब मील से अधिक दूरी पर है, जबकि वॉयेजर 2 की दूरी 13 अरब मील से अधिक हो चुकी है. ये दोनों अंतरिक्ष यान अब भी अनजान ब्रह्मांड में अपनी ऐतिहासिक यात्रा जारी रखे हुए हैं.