मुंबई में अवैध बाइक-टैक्सी संचालन को लेकर प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है. Rapido के बाद अब Ola कंपनी के निदेशकों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है. मुंबई और नवी मुंबई में Rapido (द रोपेन ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड) के निदेशकों पर कार्रवाई के बाद मुंबई की अंबोली पुलिस ने Ola के निदेशकों के खिलाफ केस दर्ज किया है. आरोप है कि Ola बिना लाइसेंस और महाराष्ट्र राज्य सरकार या क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (RTA) की अनुमति के मुंबई शहर में बाइक-टैक्सी सेवाएं चला रही थी.
RTO की शिकायत पर केस दर्ज
यह मामला 5 दिसंबर को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया. मीडिया की ओर से Ola और Rapido दोनों कंपनियों से संपर्क किया गया, लेकिन किसी भी कंपनी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. यह भी पढ़े: Bengaluru: रामलीला में जाने के लिए हो रही थी देरी, ‘हनुमान जी’ ने बुक किया Rapido; परंपरा और आधुनिक तकनीक के मिलन का VIDEO वायरल
अंधेरी पश्चिम में दोपहिया वाहनों पर कार्रवाई
RTO ने 11 नवंबर से 3 दिसंबर के बीच अंधेरी पश्चिम इलाके में दोनों कंपनियों से जुड़े दोपहिया वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की थी. इस संबंध में RTO में तैनात मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर बाबू तेली (36) ने शिकायत दर्ज कराई.
इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
पुलिस ने यह केस भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(3) (धोखाधड़ी) और धारा 223 (लोक सेवक द्वारा जारी आदेश की अवहेलना) के तहत दर्ज किया है। इसके अलावा मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धाराएं 66, 93, 192(A), 193 और 197 भी लगाई गई हैं.
एफआईआर में आरोप
एफआईआर के अनुसार, Rapido और Ola दोनों कंपनियों को सरकार से कोई अनुमति नहीं मिली थी, इसके बावजूद वे मोबाइल ऐप के जरिए यात्रियों का परिवहन कर रही थीं और कथित तौर पर इससे आर्थिक लाभ कमा रही थीं.
एफआईआर में यह भी आरोप लगाया गया है कि अवैध रूप से दोपहिया वाहनों के जरिए यात्रियों की जान को जोखिम में डाला गया। साथ ही कंपनियों पर ड्राइवरों के चरित्र प्रमाण पत्र की जांच न करने और सुरक्षा नियमों का पालन न करने के भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं.













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