भारत में ईद का पर्व 5 या 6 जून को मनाया जा सकता है। हालांकि यह तब मान्य होगा, जब ईद का चांद दिखेगा। क्योंकि रमजान और ईद की सही तारीख इस्लामिक कैलेंडर के 9वें महीने (हिजरी 1440) के अनुसार तय होती है. यह महीना 29 या 30 दिन का होता है और इस महीने की लंबाई शव्वाल चंद्रमा के देखे जाने के आधार बदल सकती है.
हिन्दू और मुस्लिम त्योहारों में चांद का बहुत ही महत्व है। बिना चांद को देखे कोई व्रत या त्योहार नहीं मनाया जाता या फिर उसे अधूरा माना जाता है। ईद-उल-फितर हिजरी कैलेंडर के 10वें माह के पहले दिन मनाई जाती है. हिजरी कैलेंडर में नया माह चांद देखकर ही प्रारंभ होता है. जब तक चांद नहीं दिखे तब तक रमजान का महीना खत्म नहीं माना जाता. रमजान माह के खत्म होने के बाद ही नए माह के पहले दिन ईद मनाई जाती है। ऐसा भी माना जाता है कि इस दिन हजरत मुहम्मद मक्का शहर से मदीना के लिए निकले थे.
रमजान की आखिरी रात के चांद को देखकर यह तय किया जाएगा कि ईद 5 जून को है या फिर 6 जून को. रमजान महीने के 30 दिनों के रोज़े के बाद जो ईद होती है उसे ईद-उल-फितर या मीठी ईद (Mithi Eid) कहते हैं.
इस दिन घरों में खास तौर पर किमामी सेवइयां, शीर और दूध वाली सेवइयां बनाई जाती हैं. इन्हें एक-दूसरे के घरों में बांटा जाता है. बच्चों को ईदी या तोहफे दिए जाते हैं. नए-नए कपड़े पहनें जाते हैं. वहीं, रोज़ेदार मस्जिद जाकर ईद की नमाज़ अदा करते हैं.
मीठी ईद या ईद उल-फितर (Eid Ul Fitr) को लेकर माना जाता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र के युद्ध में विजय हासिल की थी. इस जीत की खुशी में सबका मुंह मीठा करवाया गया था, आगे चलकर इसी दिन को मीठी ईद या ईद उल-फितर कहा जाता है. पहली बार ईद उल-फितर 624 ईस्वी में मनाई गई थी.
Eid Moon Sighting in Kerala, Chand Raat 2019: इस्लामी कैलेंडर के अनुसार रमजान का महीना पूरा होने पर ईद मनाई जाती है. सबसे अहम बात यह है कि रमजान का इंतजार हर मुस्लिम परिवार को होता है.माना जा रहा है कि देश में बुधवार यानि 5 मई 2019 को ईद मनाई जाएगी. वैसे केरल में सोमवार शाम ईद का चांद दिख सकता है. केरल में 6 जून को पहला रोजा था. चाहते है कि शवाल के चांद के साथ ही रमजान के पवित्र महीने का समापन हो जाता है. 1 शवाल को ईद-उल-फितर मनाई जाती है. इस ईद को मीठी ईद भी कहा जाता है.
वही दूसरी वैसे खाड़ी देशों (UAE, Bahrain, KSA, Qatar, Kuwait) में सोमवार शाम ईद का चांद नजर आ सकता है. गौरतलब है कि सऊदी अरब के साथ खाड़ी देशों में रमजान 5 मई को शुरू हुआ था.
इस त्यौहार को मुस्लिम समुदाय के लोग बड़े ही धूमधाम से मनाते है. ईद के मौके पर जमकर खरीददारी करते है. साथ ही एक दूसरे से गले मिलकर मुबारक बाद देते है.खबर है कि बोहरा समाज वाले लोग 4 जून को ईद मनाएंगे.