Crescent has been sighted. #SaudiArabia announces June 04 as the first day of #EidAlFitr 🇸🇦 pic.twitter.com/lIthzMLzKx— Riyadh Connect (@RiyadhConnect) June 3, 2019
Reports coming in from Tumair, Saudi Arabia that the #Shawwal moon has been sighted.
'Eidul Fitr will be celebrated on Tuesday 4th June 2019 in Saudi Arabia.
May Allah ﷻ accept our fasting, prayers and acts of worship. Aameen
(Awaiting announcement from Supreme Court)— Haramain (@HaramainInfo) June 3, 2019
भारत में ईद का पर्व 5 या 6 जून को मनाया जा सकता है। हालांकि यह तब मान्य होगा, जब ईद का चांद दिखेगा। क्योंकि रमजान और ईद की सही तारीख इस्लामिक कैलेंडर के 9वें महीने (हिजरी 1440) के अनुसार तय होती है. यह महीना 29 या 30 दिन का होता है और इस महीने की लंबाई शव्वाल चंद्रमा के देखे जाने के आधार बदल सकती है.
भारत में ईद का पर्व 5 या 6 जून को मनाया जा सकता है। हालांकि यह तब मान्य होगा, जब ईद का चांद दिखेगा। क्योंकि रमजान और ईद की सही तारीख इस्लामिक कैलेंडर के 9वें महीने (हिजरी 1440) के अनुसार तय होती है. यह महीना 29 या 30 दिन का होता है और इस महीने की लंबाई शव्वाल चंद्रमा के देखे जाने के आधार बदल सकती है.
1-ईद वाले दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए और फजिर की नमाज अदा करनी चाहिए.2-इसके बाद दैनिक क्रियाओं से निवृत्त होकर रिवाज के हिसाब से नए कपड़े पहनना चाहिए और इत्र लगाना चाहिए.3-ईद की नमाज अदा करने से पहले फितरा अदा करना जरूरी होता है। बिना फितरा अदा किए नमाज मुकम्मल नहीं मानी जाती है.4-ईद की नमाज ईदगाह में अदा करनी चाहिए। ईदगाह न होने पर मस्जिद में या फिर खुले आसमान तले ही नमाज अदा करनी चाहिए.
मुस्लिमो का सबसे बड़ा त्योहार ईद (Eid al-Fitr) इस बार 5 या 6 जून को मनाया जाएगा. इस दिन मस्ज़िद में जाकर नमाज़ अदा की जाएगी. एक-दूसरे को गले मिल ईद की मुबारकबाद (Eid Mubarak) दी जाएगी.
रमजान की आखिरी रात के चांद को देखकर यह तय किया जाएगा कि ईद 5 जून को है या फिर 6 जून को. रमजान महीने के 30 दिनों के रोज़े के बाद जो ईद होती है उसे ईद-उल-फितर या मीठी ईद (Mithi Eid) कहते हैं.
इस दिन घरों में खास तौर पर किमामी सेवइयां, शीर और दूध वाली सेवइयां बनाई जाती हैं. इन्हें एक-दूसरे के घरों में बांटा जाता है. बच्चों को ईदी या तोहफे दिए जाते हैं. नए-नए कपड़े पहनें जाते हैं. वहीं, रोज़ेदार मस्जिद जाकर ईद की नमाज़ अदा करते हैं.
मीठी ईद या ईद उल-फितर (Eid Ul Fitr) को लेकर माना जाता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र के युद्ध में विजय हासिल की थी. इस जीत की खुशी में सबका मुंह मीठा करवाया गया था, आगे चलकर इसी दिन को मीठी ईद या ईद उल-फितर कहा जाता है. पहली बार ईद उल-फितर 624 ईस्वी में मनाई गई थी.
Qatar astronomical society expected that the first day of Eid Al Fitr will fall on Wednesday, June 5th. The State of Qatar depends on the Eid announcement from the Crescent Moon Sighting Committee of the Ministry of Endowments and Islamic Affairs.— Qatar News Agency (@QNAEnglish) May 27, 2019
Eid Moon Sighting in Middle East, Chand Raat 2019: रमजान का मुक़द्दस महिना खत्म होने को है. शवाल के चांद के साथ ही रमजान के पवित्र महीने का समापन हो जाता है. 1 शवाल को ईद-उल-फितर मनाई जाती है. इस ईद को मीठी ईद भी कहा जाता है. रमजान के पूरे महीने भर मुस्लमान समुदाय के लोग अल्लाह को राजी करने के लिए उपवास (रोजे) रखते हैं. महीने भर के रोजों के बाद ईद का त्यौहार हर्षो-उल्ल्हस से मनाया जाता है. इस पर्व को धूमधाम से मनाने के लिए जमकर खरीददारी करते हैं. क्या बच्चे, क्या पुरुष और क्या महिलाएं. हर कोई ईद को जोश और उत्साह के साथ मनाता है. वैसे खाड़ी देशों (UAE, Bahrain, KSA, Qatar, Kuwait) में सोमवार शाम ईद का चांद नजर आ सकता है.
वैसे सऊदी अरब की सुप्रीम कोर्ट ने ऐलान किया है कि जो भी शख्स चांद को देखें वह नजदीक की अदालत में जाकर इसकी गवाई दें. सऊदी अरब के साथ खाड़ी देशों में रमजान 5 मई को शुरू हुआ था. बता दें कि इस्लाम में लुनार (चंद्र) कैलेंडर होता है. इस कैलेंडर के अनुसार महीने में 29 या 30 दिन होते हैं. चांद को देखकर नए महीने का आगाज होता है. पाकिस्तान ने तो पहले ही 5 जून को ईद का ऐलान कर दिया है.
रमजान ईद या ईद-उल-फितर मुसलमानों का सबसे बड़ा त्यौहार है. इस दिन सुबह ईद की नमाज अदा की जाती है. ज्यादातर लोग ईदगाह में जाकर नमाज को अदा करते हैं और अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलते हैं. घर में शीर कोरमा और सेवैयां बनाई जाती है. इस दिन बच्चों को ईदी यानि कुछ पैसे भी दिए जाते हैं.