Sonali Khatoon India Return: पांच महीने परिवार और बच्चों से दूर रहने के बाद गर्भवती सोनाली खातून आखिरकार भारत लौट आई हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सोनाली को बांग्लादेश से वापस लाया गया और शनिवार को पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों का कहना है कि उनकी डिलीवरी इसी महीने या अगले महीने की शुरुआत में हो सकती है.
आफरीन ने मां को देख खुशी जताई
सोनाली की छह साल की बेटी आफरीन अस्पताल के बाहर कैमरों की भीड़ के बीच मुस्कुराती हुई अपनी मां को देख बेहद खुश हुई. आफरीन बांग्लादेश भेजे जाने से पहले अपने दादा-दादी के पास रह रही थी, जिससे उसे जेल में भेजे जाने से बचाया गया था. पांच महीने बाद मां और भाई से मिलने पर उसने भावुक होकर कहा, “वो मेरी मां हैं.”
जेल में बिताए गए कठिन 5 महीने
सोनाली ने बताया कि बांग्लादेश की जेल में उनका समय बेहद कठिन रहा. उन्हें अलग कोठरी में रखा गया, जबकि उनका बेटा साबिर उनके साथ था. पति दानेश को अलग रखा गया था और अभी भी उनकी चिंता बनी हुई है. इसके अलावा, स्वीटी बीबी और उसके बच्चों की चिंता भी सोनाली के लिए सताती रही, जो अभी भी बांग्लादेश में फंसे हुए हैं.
परिवार के साथ समय, अस्पताल ने दी सुविधा
अस्पताल ने सोनाली की मां ज्योत्सना बीबी और दोनों बच्चों को उनके साथ रहने की अनुमति दे दी है, ताकि डिलीवरी तक परिवार पूरा साथ रह सके. स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें मालदा बॉर्डर से अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका स्वागत किया गया.
कानूनी लड़ाई और अगला कदम
टीएमसी सांसद समीरुल इस्लाम ने कहा कि यह कमजोरों की जीत है. केंद्र सरकार की गलती से एक भारतीय महिला को बांग्लादेश भेजा गया था. अब अगला कदम उन चार अन्य लोगों की वापसी सुनिश्चित करना है, जो अभी भी बांग्लादेश में फंसे हैं. टीएमसी विधायक डॉ. मोसर्रफ हुसैन ने सोनाली के इलाज का खर्च खुद उठाने की घोषणा की.













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