Nitish Kumar Bihar Next CM: नीतीश कुमार बने बिहार के नए सीएम, 10वीं बार ली शपथ, PM मोदी, अमित शाह समेत कई दिग्गज नेता रहे मौजूद; VIDEO
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Nitish Kumar Bihar Next CM: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद आज, गुरुवार को पटना के गांधी मैदान में नीतीश कुमार ने दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री और एनडीए के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. इससे पहले बुधवार को नीतीश कुमार ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को निवर्तमान मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया था, जिसके बाद नई सरकार के गठन का रास्ता साफ हो गया.

 सम्राट चौधरी-विजय कुमार सिन्हा बनें डिप्टी सीएम

 नीतीश कुमार जहां एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वहीं बीजेपी की ओर से सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री (डिप्टी सीएम) पद की शपथ ग्रहण की. यह भी पढ़े: Nitish Kumar Oath Ceremony: सांसद मनोज तिवारी ने शपथ ग्रहण से पहले नीतीश कुमार को दी शुभकामनाएं, बिहार की जनता का जताया आभार

नीतीश कुमार बने बिहार के नए सीएम

नीतीश कुमार का राजनीतिक सफर

नीतीश कुमार का राजनीतिक सफर करीब चार दशक लंबा रहा है. 1985 में जनता दल के टिकट पर पहली बार विधायक बनकर उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया. शुरुआती दौर में उन्होंने लालू प्रसाद यादव के साथ मिलकर काम किया, लेकिन समय के साथ दोनों नेताओं के बीच दूरी बढ़ती गई.

1994 में लालू प्रसाद के खिलाफ हुए बड़े विद्रोह में नीतीश की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जब 14 सांसदों ने जॉर्ज फर्नांडीस के नेतृत्व में जनता दल से अलग होकर जनता दल (जॉर्ज) बनाया, जो बाद में समता पार्टी बनी। इसी दौर में नीतीश की स्वतंत्र राजनीतिक पहचान मजबूत हुई.

1996 में उन्होंने भाजपा से हाथ मिलाया और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में रेलवे मंत्री बने, जहाँ उनके कामकाज की काफी सराहना हुई.

 नीतीश कुमार 2000 में पहली बार सीएम बने

नीतीश कुमार पहली बार साल 2000 में मुख्यमंत्री बने, हालांकि संख्याबल की कमी के कारण उनकी सरकार मात्र सात दिनों में गिर गई। 2005 में उन्होंने जोरदार वापसी की और लालू प्रसाद यादव के 15 वर्षों के शासन का अंत कर राज्य में नई राजनीतिक शुरुआत की। लगभग एक दशक तक उन्होंने बिना किसी बड़ी चुनौती के शासन किया.

2013 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद जदयू और भाजपा का गठबंधन टूट गया. 2015 में नीतीश ने लालू यादव के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया और सत्ता में लौटे, लेकिन 2017 में यह गठबंधन भी टूट गया और वे दोबारा एनडीए में शामिल हो गए.

2022 में नीतीश ने फिर भाजपा से दूरी बनाई और महागठबंधन सरकार बनाई, मगर यह अध्याय भी लंबे समय तक नहीं चला. 2024 के आम चुनावों से पहले वे एक बार फिर एनडीए में लौट आए.

एनडीए के साथ मजबूत साझेदारी

फिलहाल नीतीश कुमार की एनडीए के साथ साझेदारी मजबूत दिखाई दे रही है। इसका नतीजा है कि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने लगातार दूसरी बार 200 से अधिक सीटें हासिल कीं। 2010 में एनडीए को 206 सीटें मिली थीं, वहीं इस बार भाजपा–जदयू गठबंधन ने 202 सीटों पर जीत दर्ज की है।