Delhi Air Pollution: राजधानी दिल्ली की हवा में घुला जहर! AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में, सांस लेना मुश्किल (Watch Video)
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Delhi Air Pollution: दिल्ली में प्रदूषण की समस्या फिर से गंभीर होती नजर आ रही है. कर्तव्य पथ और आसपास के इलाकों में धुंध की एक मोटी परत छा गई है, जिससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गिरकर 328 पर पहुंच गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, यह 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है, जो दिल्लीवासियों के लिए चिंता का विषय बन गया है. दिल्ली के आईटीओ क्षेत्र में भी हालात खराब हैं, जहां AQI 295 रिकॉर्ड किया गया, जिसे 'खराब' श्रेणी में रखा गया है. इससे वहां के निवासियों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है. दिल्ली के नेहरू पार्क, मोती बाग और आसपास के इलाकों में धुंध की परत छा गई है, जिससे AQI गिरकर 332 पर पहुंच गया है.

एक आगंतुक ने बताया कि अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक दिल्ली की हवा अक्सर इस तरह प्रदूषित हो जाती है, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है. उन्होंने कहा, "सरकार प्रदूषण रोकने के लिए कदम उठा रही है, लेकिन अगर समय रहते सही कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में और गंभीर स्थिति बन सकती है."

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दिल्ली के कर्तव्य पथ का AQI 328 के पार

आईटीओ क्षेत्र में एक्यूआई गिरकर 295 पर पहुंचा

नेहरू पार्क और मोती बाग में भी छाई रही धुंध की परत

वहीं, भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "दिल्ली में प्रदूषण जानलेवा स्तर पर पहुंच गया है. अरविंद केजरीवाल ने वादा किया था कि अगर पंजाब और दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनती है तो प्रदूषण खत्म होगा. लेकिन अब वायु प्रदूषण 'बहुत खराब' स्थिति में है." उन्होंने कहा कि केजरीवाल पंजाब में पराली जलाने की समस्या का हल निकालने की बजाय, हरियाणा और उत्तर प्रदेश को दोष दे रहे हैं. भंडारी ने आगे कहा कि AAP और केजरीवाल सरकार दिल्ली के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है, खासकर उन गरीब लोगों के लिए जो झुग्गी-झोपड़ियों में रहते हैं और एयर प्यूरीफायर की सुविधा नहीं उठा सकते.

दिल्ली की यह हालत कई सवाल खड़े करती है, खासकर जब बात जनता के स्वास्थ्य और सरकार की जिम्मेदारियों की होती है. प्रदूषण से निपटने के लिए तुरंत और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है, ताकि आने वाले समय में इस समस्या को रोका जा सके.