भारत का बाल भी बाका नहीं कर पाएंगे दुश्मन, वायुसेना  के बेड़े में शामिल होगा 1000 किलो तक के बम को डिफ्यूज करने वाला रोबोट
भारतीय वायुसेना के बेडे में शामिल होगा नया रोबोट (Photo Credits: Twitter)

लखनऊ: अब भारत का बाल भी बाका नहीं कर पाएंगे दुश्मन, क्योंकि जल्द ही भारतीय वायुसेना की ताकत में इजाफा होने वाला है. रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के बेड़े में जल्द ही एक ऐसा रोबोट (Robot) शामिल हो सकता है जो 1000 किलो तक के बम को डिफ्यूज (Bomb Defuse) करने की क्षमता रखता है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखनऊ (Lucknow) में जारी डिफेंस एक्सपो (Defense Expo) से भारतीय सेना को यह नई ताकत मिलने जा रही है. बता दें कि फरवरी 2019 में भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट (Balakot) में किए गए एयर स्ट्राइक (Air Strike) के दौरान जिस तरह की स्थिति बनी, उसके बाद से इस तरह के शक्तिशाली रोबोट की जरूरत ज्यादा महसूस होने लगी.

बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी वायुसेना ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत में बम फेंके थे, जो फटे नहीं थे, जिसके चलते बम को डिफ्यूज करने में काफी परेशानी हुई थी. बम न फटने की स्थिति में वायुसेना को ऐसे रोबोट की जरूरत बहुत ज्यादा महसूस हुई थी. भविष्य में इस तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए भारतीय वायुसेना को इस तरह के रोबोट की जरूरत है, इसलिए अब वायुसेना जल्द ही इसे अपने बेड़े में शामिल कर सकती है. यह भी पढ़ें: वायुसेना के बेड़े में शामिल होंगे 8 अपाचे हेलीकॉप्टर्स, जमीन और हवा में दुश्मनों को पस्त करने में हासिल है महारथ

हालांकि सूत्रों के मुताबिक, इस रोबोट को भारतीय वायुसेना में शामिल करने को लेकर अभी फैसला करना बाकी है, लेकिन वायुसेना की तरफ से इसके कई ट्रायल हो चुके हैं. कई लोकेशन पर बम डिफ्यूज करने का अभ्यास भी इस रोबोट के जरिए किया जा चुका है. बता दें कि 1000 किलो तक के बम को डिफ्यूज करने की क्षमता रखने वाले इस रोबोट का प्रदर्शन लखनऊ के डिफेंस एक्सपो में किया गया है, जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बनाकर तैयार किया है.

गौरतलब है कि इस रोबोट के मिलने के बाद वायुसेना को बम डिफ्यूज करने के लिए मानवीय क्षमता की जरूरत नहीं पड़ेगी और इस रोबोट को एक मोबाइल सेंटर के जरिए कंट्रोल किया जाएगा. इसकी खासियत यह है कि इसे दो किलोमीटर की दूरी से नियंत्रित किया जा सकता है. बहरहाल, भारतीय वायुसेना के बेड़े में अगर यह रोबोट शामिल हो जाता है तो इससे वायुसेना की ताकत बढ़ जाएगी.