मुंबई: सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) दुनिया समेत भारत के लिए सबसे गंभीर समस्याओं में से एक है. प्लास्टिक के लगातार बढ़ते इस्तेमाल के चलते पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है. प्लास्टिक न सिर्फ पर्यावरण, बल्कि जानवरों के लिए घातक साबित हो रहा है. प्लास्टिक के दुष्परिणामों को जानने के बावजूद भी लोग इसका इस्तेमाल किए जा रहे हैं और सिंगल यूज प्लास्टिक के कूड़ों का अंबार लगता जा रहा है. भारतीय वन अधिकारी (आईएफएस) (Indian Forest Officer) परवीन कस्वां (Parveen Kaswan) द्वारा ट्विटर पर विचलित कर देने वाले इस वीडियो को देखकर आप इसका अंदाजा लगा सकते हैं कि प्लास्टिक किसी के लिए कितना घातक हो सकता है. इसी वीडियो में आप देख सकते हैं कि प्लास्टिक की बोतल को निगलने (Cobra Swallowed a Plastic Bottle) के बाद किंग कोबरा कितने दर्द में दिखाई दे रहा है.
वीडियो में देखा जा सकता है कि बोतल निगलने के बाद कोबरा सांप कितनी तकलीफ में नजर आ रहा है और बोतल के बाहर निकलने के बाद ही उसे दर्द से राहत मिलती है. दरअसल, भारतीय वन अधिकारी ने लोगों को यह बताया कि कोबरा सांप निगले हुए बोतल को बाहर निकाल सकता है, लेकिन अन्य जानवर या सांप ऐसा नहीं कर सकते हैं. ऐसे में प्लास्टिक उनकी जान ले सकता है. यह भी पढ़ें: किंग कोबरा ने नेवले पर मारा ऐसा झपट्टा, उसके बाद जो हुआ... देखें वायरल वीडियो
देखें वीडियो-
When it comes to #plastic there is nothing called as throwing away. See how single use plastic like bottles effecting the wildlife & other species. Video may disturb you. pic.twitter.com/swnxAjbyCx
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) January 10, 2020
दरअसल, सिंगल यूज या डिस्पोजेबल प्लास्टिक की समस्या एक बड़ी चुनौती है, जो इंसानों के साथ-साथ जानवरों और पर्यावरण के लिए भी घातक है. संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, हर साल दुनिया भर में प्रति मिनट करीब 10 मिलियन प्लास्टिक पेय बोतलें खरीदी जाती हैं और 5 ट्रिलियन सिंगल यूज प्लास्टिक की थैलियों का इस्तेमाल किया जाता है. यह भी पढ़ें: मुंबई: कुर्ला पुलिस क्वार्टर में रहने वाले कांस्टेबल की कोबरा के काटने से मौत
गौरतलब है कि प्लास्टिक से होने वाले गंभीर दुष्प्रभावों को कम करने के लिए भारत के 18 राज्यों ने प्लास्टिक की थैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिनमें महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और केरल जैसे राज्य शामिल हैं. इन राज्यों ने सिंगल यूज वाले प्लास्टिक उत्पादों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.