इन 5 गंभीर बीमारियों से आपको बचा सकता है काला नमक 

सफेद नमक से होने वाले दुष्परिणामों से बचने के लिए आप अपने डायट में सफेद नमक की जगह काले नमक का सेहतमंद विकल्प चुन सकते हैं. काला नमक सफेद नमक से ज्यादा हेल्दी होता है जो कई गंभीर बीमारियों के खतरे को दूर करने में मदद करता है.

सेहत Anita Ram|
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इन 5 गंभीर बीमारियों से आपको बचा सकता है काला नमक 

सफेद नमक से होने वाले दुष्परिणामों से बचने के लिए आप अपने डायट में सफेद नमक की जगह काले नमक का सेहतमंद विकल्प चुन सकते हैं. काला नमक सफेद नमक से ज्यादा हेल्दी होता है जो कई गंभीर बीमारियों के खतरे को दूर करने में मदद करता है.

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इन 5 गंभीर बीमारियों से आपको बचा सकता है काला नमक 
काला नमक (Photo Credit: wikimedia commons)

बेशक खाने का स्वाद नमक के बिना अधूरा सा लगता है, लेकिन यह भी हकीकत है कि बहुत से भारतीय अपने भोजन में अत्यधिक मात्रा में सफेद नमक का इस्तेमाल करते हैं. एक ओर जहां नमक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है तो वहीं दूसरी तरफ इसकी अधिकता आपको कई तरह की बीमारियां भी दे सकती है. हालांकि सफेद नमक से होने वाले दुष्परिणामों से बचने के लिए आप अपने डायट में सफेद नमक की जगह काले नमक का सेहतमंद विकल्प चुन सकते हैं. काला नमक सफेद नमक से ज्यादा हेल्दी होता है जो कई गंभीर बीमारियों के खतरे को दूर करने में मदद करता है.

दरअसल, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएचएफआई) द्वारा कराए गए एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि भारत के ज्यादातर वयस्क डब्लूएचओ द्वारा निर्धारित की गई मात्रा से ज्यादा नमक खाते हैं. इस अध्ययन के अनुसार, देश की राजधानी दिल्ली और हरियाणा में एक व्यक्ति हर रोज 9.5 ग्राम और आंध्र प्रदेश में 10.4 ग्राम नमक का सेवन करता है, जबकि डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, एक वयस्क को दिन में 5 ग्राम से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए.

इन बीमारियों में कारगर है काला नमक

आयुर्वेद के अनुसार, काले नमक में 80 प्रकार के खनिज पाए जाते हैं जो दिल की बीमारियों के खतरे को दूर करते हैं और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं, इसके अलावा काला नमक कोलेस्ट्रॉल, हाई बीपी, डिप्रेशन और पेट से जुड़ी तमाम बीमारियों में कारगर माना जाता है.

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1- दिल को रखे सेहतमंद

आहार में सफेद नमक का ज्यादा इस्तेमाल आपको दिल की बीमारियों का मरीज बना सकता है, लेकिन आहार में सफेद नमक की जगह काले नमक का इस्तेमाल करके इस खतरे को 25 फीसदी तक कम किया जा सकता है और दिल की बीमारियों से होने वाली मौतों का खतरा भी 20 फीसदी तक कम होता है.

2- कब्ज में है कारगर

काले नमक का इस्तेमाल कई प्रकार के पाचन चूर्ण और घरेलू पाचक गोलियों को बनाने में किया जाता है. यह कब्ज, पेट में जलन, गैस और पेट से जुड़ी तमाम बीमारियों से निजात दिलाने में मदद करता है. अगर आप अपने पेट को तंदरुस्त रखना चाहते हैं तो इसे अपने डायट में शामिल कर लीजिए.

3- कोलेस्ट्रॉल रखे नियंत्रित

सफेद नमक की जगह काले नमक का नियमित इस्तेमाल कोलेस्ट्रॉल लेवल को संतुलित बनाए रखने में मदद करता है. यह खून को पतला बनाता है, ताकि पूरे शरीर में रक्त का संचार सही तरीके से हो सके. इसके नियमित सेवन से हाई कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है.

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4- डायबिटीज में फायदेमंद

सफेद नमक कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है, जबकि काला नमक कई बीमारियों के इलाज में कारगर माना जाता है. इसके नियमित सेवन से शरीर में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है, जो डायबिटीज के मरीज को थोड़ी राहत पहुंचाता है. इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन जरूर करना चाहिए.

5- हड्डियों को बनाए मजबूत

शरीर में मौजूद कुल नमक का लगभग एक चौथाई हिस्सा हमारी हड्डियों में जमा हो जाता है. दरअसल, हड्डियों को मजबूती प्रदान करने के लिए कैल्शियम के अलावा नमक बेहद जरूरी होता है. डायट में सोडियम की कमी के कारण ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है, जबकि काला नमक हड्डियों की ताकत को बढ़ाता है.

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