
Russia Ukraine War: यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध एक बार फिर गरमा गया है. इस बार यूक्रेन ने रूस के भीतर, हजारों किलोमीटर दूर साइबेरिया के इलाके में बड़ा हमला किया है. यह हमला ड्रोन के जरिए किया गया, जिसमें रूस के चार अलग-अलग एयरबेस को निशाना बनाया गया. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला माना जा रहा है, जिसमें रूस के 40 से ज्यादा सैन्य विमान तबाह हो गए हैं. रविवार को हुई इस कार्रवाई की पुष्टि रूस के इरकुत्स्क क्षेत्र के गवर्नर ने खुद की है.
उन्होंने बताया कि यूक्रेनी ड्रोन ने स्रिद्नी नामक गांव में स्थित एक सैन्य इकाई पर हमला किया. यह पहली बार है जब साइबेरिया जैसे इलाके में यूक्रेनी ड्रोन हमला हुआ है, जो यूक्रेन की सीमा से हजारों किलोमीटर दूर है.
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रूस में यूक्रेन का ड्रोन हमला
❗️Russia’s Irkutsk region governor confirms 1st DRONE attack in Siberia
Says military unit targeted
Army and civilian responders already mobilized to tackle threat, source of drone launch blocked pic.twitter.com/jMgCajhXbT
— RT (@RT_com) June 1, 2025
रूस के चार एयरबेस को बनाया निशाना
BREAKING: A Ukrainian drone attack on Olenya airbase has reportedly destroyed at least four Russian Tu-95 strategic bombers. pic.twitter.com/0wC3R97TX8
— 🔻☭ (@hardxwinter) June 1, 2025
किन बेसों पर हुआ हमला?
यूक्रेनी मीडिया और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के अनुसार, यह विशेष ऑपरेशन यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (SBU) द्वारा चलाया गया, जिसका कोडनेम "Pavutyna" यानी "जाल" था. इसके तहत रूस के ओलेन्या, बेलाया और अन्य दो एयरबेस को एक साथ निशाना बनाया गया. इन बेसों पर Tu-95, Tu-22M3 बमवर्षक और A-50 जैसे आधुनिक सैन्य विमान खड़े थे.
यूक्रेनी सूत्रों के मुताबिक, इस हमले का मकसद रूस की लॉन्ग रेंज स्ट्राइक कैपेसिटी को कमजोर करना है. बेलाया एयरबेस पर हमले के बाद वहां भीषण आग लग गई. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में भी एक ड्रोन को सैन्य ठिकाने पर हमला करते हुए देखा जा सकता है.
रूस-यूक्रेन के बीच फिर बातचीत की पहल
इस हमले के कुछ ही घंटों बाद रूस ने एक बार फिर बातचीत की पेशकश की, जिसे यूक्रेन ने स्वीकार कर लिया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बताया कि उनके प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मंत्री रुसतेम उमेरोव करेंगे, जो सोमवार को इस्तांबुल में होने वाली वार्ता में शामिल होंगे.
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर लिखा, "हमने अपने रुख को स्पष्ट कर दिया है. हमारी प्राथमिकताएं हैं—बिना किसी शर्त के युद्धविराम, सभी युद्धबंदियों और अपहृत बच्चों की वापसी."
नतीजा क्या निकलेगा?
यूक्रेन के इस बड़े हमले के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि इस्तांबुल में होने वाली वार्ता क्या कोई ठोस नतीजा दे पाती है या नहीं. एक तरफ युद्ध की आग और दूसरी ओर शांति की मेज—दुनिया की नजर अब इन दोनों पर टिकी है.