
Ashadha Month 2025 Festivals List: हिंदू पंचांग, के अनुसार इस वर्ष 12 जून से आषाढ़ मास (Ashadha Month) शुरु हो रहा है. आषाढ़ मास को चिंतन और आध्यात्मिक विकास का समय माना जाता है, जिसमें भक्तों को विभिन्न अनुष्ठानों, जप, ध्यान और सामुदायिक सेवा में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. इस माह पड़ने वाले प्रमुख त्योहारों एवं व्रतों में विश्वविख्यात जगन्नाथ रथयात्रा (27 जून, शुक्रवार), देवशयनी एकादशी (06 जुलाई), जिसे आषाढी एकादशी भी कहा जाता है, एवं गुरु पूर्णिमा (10 जुलाई, गुरुवार) प्रमुख हैं. इसके अतिरिक्त इस आषाढ़ माह में कई जयंतियां और पुण्य तिथियां भी पड़ेंगी. आइये जानते हैं आषाढ़ मास के प्रमुख पर्व, एवं व्रतों आदि के बारे में..
गणेश संकष्टी चतुर्थी (14 जून, शनिवार)
भागवत एकादशी (22 जून, रविवार)
मासिक शिवरात्रि (23 जून, सोमवार)
रथ यात्रा (जगन्नाथ रथ यात्रा): यह विश्व भर में विख्यात भगवान जगन्नाथ रथयात्रा का पर्व मुख्य रूप से पुरी, ओडिशा में बड़ी श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इस रथयात्रा भगवान जगन्नाथ, बलराम और देवी सुभद्रा की प्रतिमा को विशेष रूप से सुसज्ज रथों पर रखकर निकाला जाता है. इस वर्ष यह रथयात्रा 27 जून को निकाली जाएगी.
विनायक चतुर्थी (28 जून, शनिवार को)
हेरा पंचमी (30 जून, सोमवार)
मासिक दुर्गाष्टमी (03 जुलाई, गुरुवार)
देवशयनी एकादशी (आषाढ़ी एकादशी): आषाढ़ शुक्ल पक्ष के ग्यारहवें दिन (6 जुलाई, रविवार) मनाया जाने वाला देवशयनी एकादशी हिंदू धर्म के लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. इसे रवि नारायण एकादशी भी कहा जाता है इस दिन भगवान विष्णु चार मास के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं, जिसे चातुर्मास भी कहते हैं. इसके साथ ही हिंदू घरों में मंगल-कार्य वर्जित हो जाते हैं
मुहर्रम (ताजिया) 6 जुलाई को ही इस्लाम धर्म के मुख्य पर्वों में एक मुहर्रम भी मनाया जायेगा
मेला शरीफ भगवती (04 जुलाई, शुक्रवार) कश्मीर
मेला ज्वालामुखी (09 जुलाई, बुधवार) हिमाचल प्रदेश
गुरु पूर्णिमा: (आषाढ़ पूर्णिमा) गुरु पूर्णिमा का यह पर्व आषाढ़ मास की पूर्णिमा यानी (10 जुलाई, गुरुवार) के दिन मनाया जायेगा. हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार वेदों के रचयिता महर्षि वेदव्यास जी का जन्म इसी दिन हुआ था, इसलिए दिन को हिंदू घरों में वेद व्यास जी की जयंती के रूप में मनाया जाता है. गुरु पूर्णिमा के साथ ही आषाढ़ मास (2025) का समापन औऱ श्रावण (सावन) मास प्रारंभ हो जायेगा.
Ashadha Month 2025: कब शुरू हो रहा है आषाढ़ मास? जानें महत्व और इस महीने पड़ने वाले प्रमुख पर्वों एवं व्रतों आदि की सूची!
हिंदू पंचांग, के अनुसार इस वर्ष 12 जून से आषाढ़ मास शुरु हो रहा है. आषाढ़ मास को चिंतन और आध्यात्मिक विकास का समय माना जाता है. इस माह पड़ने वाले प्रमुख त्योहारों एवं व्रतों में विश्वविख्यात जगन्नाथ रथयात्रा (27 जून, शुक्रवार), देवशयनी एकादशी (06 जुलाई), जिसे आषाढी एकादशी भी कहा जाता है, एवं गुरु पूर्णिमा (10 जुलाई, गुरुवार) प्रमुख हैं. इसके अतिरिक्त इस आषाढ़ माह में कई जयंतियां और पुण्य तिथियां भी पड़ेंगी.
Ashadha Month 2025 Festivals List: हिंदू पंचांग, के अनुसार इस वर्ष 12 जून से आषाढ़ मास (Ashadha Month) शुरु हो रहा है. आषाढ़ मास को चिंतन और आध्यात्मिक विकास का समय माना जाता है, जिसमें भक्तों को विभिन्न अनुष्ठानों, जप, ध्यान और सामुदायिक सेवा में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. इस माह पड़ने वाले प्रमुख त्योहारों एवं व्रतों में विश्वविख्यात जगन्नाथ रथयात्रा (27 जून, शुक्रवार), देवशयनी एकादशी (06 जुलाई), जिसे आषाढी एकादशी भी कहा जाता है, एवं गुरु पूर्णिमा (10 जुलाई, गुरुवार) प्रमुख हैं. इसके अतिरिक्त इस आषाढ़ माह में कई जयंतियां और पुण्य तिथियां भी पड़ेंगी. आइये जानते हैं आषाढ़ मास के प्रमुख पर्व, एवं व्रतों आदि के बारे में..
गणेश संकष्टी चतुर्थी (14 जून, शनिवार)
भागवत एकादशी (22 जून, रविवार)
मासिक शिवरात्रि (23 जून, सोमवार)
रथ यात्रा (जगन्नाथ रथ यात्रा): यह विश्व भर में विख्यात भगवान जगन्नाथ रथयात्रा का पर्व मुख्य रूप से पुरी, ओडिशा में बड़ी श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इस रथयात्रा भगवान जगन्नाथ, बलराम और देवी सुभद्रा की प्रतिमा को विशेष रूप से सुसज्ज रथों पर रखकर निकाला जाता है. इस वर्ष यह रथयात्रा 27 जून को निकाली जाएगी.
विनायक चतुर्थी (28 जून, शनिवार को)
हेरा पंचमी (30 जून, सोमवार)
मासिक दुर्गाष्टमी (03 जुलाई, गुरुवार)
देवशयनी एकादशी (आषाढ़ी एकादशी): आषाढ़ शुक्ल पक्ष के ग्यारहवें दिन (6 जुलाई, रविवार) मनाया जाने वाला देवशयनी एकादशी हिंदू धर्म के लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. इसे रवि नारायण एकादशी भी कहा जाता है इस दिन भगवान विष्णु चार मास के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं, जिसे चातुर्मास भी कहते हैं. इसके साथ ही हिंदू घरों में मंगल-कार्य वर्जित हो जाते हैं
मुहर्रम (ताजिया) 6 जुलाई को ही इस्लाम धर्म के मुख्य पर्वों में एक मुहर्रम भी मनाया जायेगा
मेला शरीफ भगवती (04 जुलाई, शुक्रवार) कश्मीर
मेला ज्वालामुखी (09 जुलाई, बुधवार) हिमाचल प्रदेश
गुरु पूर्णिमा: (आषाढ़ पूर्णिमा) गुरु पूर्णिमा का यह पर्व आषाढ़ मास की पूर्णिमा यानी (10 जुलाई, गुरुवार) के दिन मनाया जायेगा. हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार वेदों के रचयिता महर्षि वेदव्यास जी का जन्म इसी दिन हुआ था, इसलिए दिन को हिंदू घरों में वेद व्यास जी की जयंती के रूप में मनाया जाता है. गुरु पूर्णिमा के साथ ही आषाढ़ मास (2025) का समापन औऱ श्रावण (सावन) मास प्रारंभ हो जायेगा.