मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सिंगरौली जिले (Singrauli District) में इन दिनों जंगली हाथियों (Wild Elephants) ने उत्पात मचा रखा है. इन जंगली हाथियों के आतंक से आस-पास के ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल है. हाथियों के आतंक को लेकर वन विभाग (Forest Department) लगातार चेतावनी जारी कर रहा है. शनिवार को भी वन विभाग ने एक ताजा चेतावनी जारी करके बताया कि छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) से भारी तादात में हाथियों का झुंड इस तरफ आ रहा है. इसके साथ ही वन विभाग के अधिकारियों ने यह भी कहा कि हाथियों के आतंक के चलते पिछले चार दिनों में दो लोगों की मौत हो चुकी है. बता दें कि शुक्रवार को सिंगरौली जिले में जंगली हाथियों के झुंड ने एक वन रक्षक की हत्या की दी, इससे पहले मंगलवार और बुधवार की मध्यरात्रि को हाथियों ने एक शख्स को मौत के घाट उतार दिया.
बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के सरगुजा हाथी अभ्यारण्य (Sarguja Elephant Reserve) के हाथियों ने मंगलवार और बुधवार की आधी रात को मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में प्रवेश किया. हाथियों के झुंड द्वारा मचाए जा रहे उत्पात की वजह से इस जिले के ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है. हाथियों के आतंक के कारण इस जिले के बाराहपन, उरती, जरहा, गोभा और अन्य गांवों के ग्रामीण अपने घर छोड़कर जाने को मजबूर हो गए हैं. यह भी पढ़ें: नन्हे हाथी की मौत के बाद हाथियों के झुंड ने निकाली 'अंतिम यात्रा', वीडियो देख छलक पड़ेंगे आंसू
हाथियों के आतंक से बचने और इस हालात का सामना करने के लिए वन विभाग द्वारा ग्रामीणों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं, यह समझाने के लिए पैंपलेट भी बांटे गए हैं. इन पर्चों के जरिए ग्रामीणों को हिदायत दी है कि वे बर्तन को बिना ढंके खाना न पकाएं और अगर कहीं पर उन्होंने महुआ रखा है तो उसे वहां से निकाल लें. इसके साथ ही हाथियों के आगमन के 1-2 किलोमीटर की परिधि में आनेवाले घरों को खाली करने का निर्देश दिया गया है. यह भी पढ़ें: इंसान को डूबता हुआ देखकर, हाथी का बच्चा उसे बचाने के लिए पानी में कूदा, देखें इमोशनल कर देनेवाला वीडियो
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सरगुजा हाथी अभ्यारण्य के जंगली हाथी पिछले कई सालों से इस कॉरिडोर का इस्तेमाल कर रहे हैं और उत्तर प्रदेश के जंगलों में जा रहे हैं, लेकिन कुछ ग्रामीणों को वन अधिकार अधिनियम के तहत जमीन का पट्टा मिला है और इन इलाकों में उनके आधे-कच्चे मकान बने हुए हैं. वहीं संगरौली के जिला कलेक्टर केवी चौधरी ने कहा कि हाथियों के उत्पात की वजह से आधा दर्जन गांवों में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है और फसलों के साथ-साथ संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ है.