Kerala Assembly Elections Results 2021: कोरोना संकट के बीच केरल में 140 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में 6 अप्रैल को वोट डाले गए. चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टी के नेताओं ने जी तोड़ मेहनत की. ताकि इस चुनाव में उन्हें जीत मिल सके. केरल में चुनाव संपन्न होने के बाद इन वोटों की गिनती 2 अप्रैल को होने वाली हैं. केरल के धर्मदम विधानसभा सीट से सीएम पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) और भारतीय जनता पार्टी से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीके. पद्मनाभन (Ck Padmanabhan) आमने सामने हैं. दोनों नेता इस सीट से जीत को लेकर दावा कर रहे हैं.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सीपीआइ(एम) ने केरल विधानसभा चुनाव के लिए धर्मदम विधानसभा सीट से सीएम पिनराई विजयन चुनाव मैदान में उतारा. वे इस सीट से ही वर्त्तमान में विधायक हैं. वहीं चुनाव मैदान में सीएम पिनराई विजयन को कड़ी टक्कर देने के लिए बीजेपी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीके. पद्मनाभन को चुनाव मैदान में उतारा हैं तो कांग्रेस ने इन दोनों नेताओं को कड़ी टक्कर देने के लिए चुनाव मैदान में सी रघुनाथन को टिकट दिया है. राज्य की प्रमुख वीआईपी सीटों में इस सीट से जीत को लेकर तीनों नेता दावा कर रहे हैं. यह भी पढ़े: केरल में हमें बाहर करने के लिए माकपा और BJP कर रहे अनैतिक गठबंधन, कांग्रेस ने लगाया बड़ा आरोप
केरल में पिछले साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में एलडीएफ गठबंधन को 91 सीटें मिली हैं, जिसमें कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट) यानी लेफ्ट को लेफ्ट को 58, उसकी सहयोगी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया को 19, केसीबी को एक, सीएम (पी) को एक, आरएसपी एल को एक, जेडीएस को तीन, राकांपा को 2, कांग्रेस (एस) को एक और अन्य को पांच सीटें मिली.
वहीं एलडीएफ के मुख्य विपक्षी गठबंधन यूडीएफ को महज 47 सीटें ही मिलीं, जिसमें कांग्रेस को 22, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) को 18, केसी (जे) को एक और केसी (एम) को छह सीटें मिलीं. वहीं बीजेपी को एक सीट पर जीत हासिल हुई थी.
बता दें कि केरल में फिलहाल वाम लोकतांत्रिक मोर्चा की सरकार है और राज्य के सीएम पिनराई विजयन हैं. इस चुनाव में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का मुकाबला कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे से है.