उत्तर भारत में बढ़ेगी ठंड, अगले सप्ताह गिरेगा तापमान, दक्षिण में भारी बारिश की चेतावनी
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उत्तर भारत में सर्दी अब अपना असर दिखाने लगी है और आने वाले दिनों में यह ठिठुरन और बढ़ने वाली है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले हफ्ते तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है. तापमान में यह गिरावट उत्तर भारत के कई इलाकों में ठंड को और बढ़ा देगी.

आईएमडी के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले 24 घंटों तक न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा. लेकिन इसके बाद लगातार छह दिनों तक तापमान में धीरे-धीरे 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज होने की संभावना है. ठंड बढ़ने के साथ सुबह और शाम की धुंध भी घनी हो सकती है, जिससे दृश्यता और जनजीवन प्रभावित होगा.

मध्य और पश्चिम भारत में तापमान में बदलाव

मौसम विभाग के मुताबिक मध्य भारत में अगले चार दिनों तक न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी देखी जा सकती है. इसके बाद तापमान स्थिर रहेगा और कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. वहीं पश्चिमी भारत में अगले पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी के आसार हैं. इस अवधि के बाद यहां भी तापमान में किसी खास उतार-चढ़ाव की उम्मीद नहीं है.

देश के बाकी हिस्सों में मौसम सामान्य रहेगा और तापमान में कोई बड़ी हलचल देखने को नहीं मिलेगी.

दक्षिण भारत और द्वीप क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट

आईएमडी की भविष्यवाणी के अनुसार 22 नवंबर के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है, जो 24 नवंबर तक डिप्रेशन में बदलने की आशंका है. इस सिस्टम के असर से कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है.

अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में 21-22 नवंबर और फिर 23-24 नवंबर को भारी बारिश हो सकती है. तमिलनाडु में 21-26 नवंबर के बीच लगातार तेज बारिश का दौर जारी रहने के संकेत हैं. केरल और माहे में 21-23 नवंबर के बीच बारिश हो सकती है.

तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में 26 नवंबर को भारी बारिश की संभावना जताई गई है. दक्षिण भारत में शुरू होने वाला यह बारिश का दौर कई शहरों में जलभराव और ट्रैफिक समस्याएं भी बढ़ा सकता है.

दिल्ली की हवा अब भी ‘बेहद खराब’

जहां एक ओर देश के कई हिस्सों में मौसम बदल रहा है, वहीं दिल्ली की हवा लगातार गंभीर स्थिति में बनी हुई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 381 रिकॉर्ड किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है.

इस स्तर की हवा सांस संबंधी समस्याएं, गले में जलन, और आंखों में चुभन और बढ़ा सकती है, खासकर बुजुर्गों, बच्चों और अस्थमा के मरीजों के लिए यह बेहद खतरनाक मानी जाती है.