राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. ओमिक्रॉन वेरिएंट तेजी से दिल्ली में पांव पसार चुका है. पिछले 2 सप्ताहों में कोरोना के मामले तेज रफ्तार से बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में हाल ही में जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए नमूनों में से 84 प्रतिशत में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमिक्रॉन’ की पुष्टि हुई है. COVID-19: राजधानी में कोरोना की खतरनाक रफ्तार, रेड अलर्ट के करीब दिल्ली, लग सकता है पूर्ण कर्फ्यू!
उन्होंने बताया कि शहर में हालांकि दैनिक मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है क्योंकि ज्यादा लोगों में गंभीर लक्षण नहीं दिख रहे या उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है.
जैन ने दिल्ली विधानसभा में कहा, ‘‘ तीन प्रयोगशालाओं से मिली 30-31 दिसंबर की जीनोम अनुक्रमण रिपोर्ट के अनुसार 84 प्रतिशत नमूनों में ‘ओमीक्रोन’ की पुष्टि हुई है। अधिकतर मामले ‘ओमीक्रोन’ के ही थे.’
ये तीन प्रयोगशालाएं यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान, लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र हैं. मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के करीब 4000 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर बढ़कर 6.5 प्रतिशत हो गई है. यह बुलेटिन रिपोर्ट सोमवार शाम जारी की जाएगी.
जैन ने बताया कि कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि एक सप्ताह में मामले काफी बढ़ेंगे, लेकिन यह एक अनुमान है.
बता दें कि दिल्ली में संक्रमण बढ़ता है तो राजधानी में रेड अलर्ट लागू कर दिया जाएगा. अगर कोरोना का संक्रमण दर 5 फीसदी से ऊपर जाता है तो GRAP का रेड अलर्ट लागू होगा. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की श्रेणीबद्ध प्रतिक्रिया कार्रवाई योजना के तहत, यदि संक्रमण दर लगातार दो दिन पांच प्रतिशत से अधिक रहती है तो ‘रेड’ अलर्ट जारी किया जा सकता है, जिसके चलते ‘पूर्ण कर्फ्यू’ लगाया जा सकता है और ज्यादातर आर्थिक गतिविधियां थम सकती हैं.