श्रीनगर: भारतीय रेलवे (Indian Railways) कटरा (Katra) और रियासी (Reasi) के बीच देश का पहला केबल रेल ब्रिज (Cable Rail Bridge) बनाने जा रहा है. इस ब्रिज का नाम अंजी ब्रिज होगा. अंजी ब्रिज का निर्माण कार्य जम्मू-कश्मीर के रायसी जिले में जोरों पर है. यह ब्रिज जब बनकर तैयार हो जाएगा तो इसे भारतीय रेलवे के इंजीनियरिंग चमत्कारों में से एक के रूप में देखा जाएगा. उत्तर रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में उत्तर रेलवे के उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) खंड पर आने वाले अंजी ब्रिज पर काम जोरों पर है.
ब्रिज का निर्माण रियासी जिले के ग्राम कौरी में कटरा-बनिहाल रेलवे लाइन पर किया जा रहा है. अधिकारियों ने कहा कि यह पुल चेनाब नदी के तल से 359 मीटर ऊपर - पेरिस, फ्रांस में प्रतिष्ठित एफिल टॉवर से 30 मीटर ऊंचा होगा. जम्मू-कश्मीर के पूर्व CM फारूक अब्दुल्ला को बड़ा झटका, ईडी ने जब्त कीं 6 संपत्तियां.
एक अधिकारी ने कहा, इस ब्रिज को 260 किमी प्रति घंटे तक की हवा की गति का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है और इसकी उम्र 120 साल होगी. रेल मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, यह दुनिया का सातवां सबसे बड़ा आर्क-आकार का पुल है क्योंकि नदी के दोनों किनारों पर इसके अलावा कोई सपोर्ट नहीं है. आर्क को पियर्स और ट्रस द्वारा सपोर्ट दिया जा रहा है.
सपोर्टिंग आरसीसी और स्टील पिलर्स में से एक 133 मीटर ऊंचा है. अधिकारियों ने कहा कि चेनाब पुल को फिनलैंड और जर्मनी के सलाहकारों द्वारा डिजाइन किया गया है और इस काम को कोंकण रेलवे द्वारा निष्पादित किया जा रहा है. पूरा होने के बाद, अंजी ब्रिज कटरा और रियासी को जोड़ेगा. अंजी ब्रिज की कुल लंबाई 473.25 मीटर है. वायडक्ट की लंबाई 120 मीटर और केंद्रीय तटबंध की लंबाई 94.25 मीटर है. इसमें 96 केबल का सपोर्ट है.
पुल के कंक्रीट के खंभों को विस्फोट का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है, इसमें 1.2 मीटर चौड़ा केंद्रीय कगार और 14 मीटर चौड़ा दोहरी कैरिजवे शामिल होगा.रेलवे अधिकारियों के अनुसार, उधमुर-कटरा, कटरा-काजीगुंड और काजीगुंड-श्रीनगर-बारामुल्ला खंड पर निर्माण गतिविधियां जारी हैं.