
Train For BSF Jawans On Amarnath Yatra Duty: सोचिए, देश की सुरक्षा करने वाले हमारे जवान जब एक ज़रूरी मिशन पर जा रहे हों, तो उन्हें सफर के लिए कैसी ट्रेन मिलनी चाहिए? ज़ाहिर है, एक आरामदायक और सुरक्षित ट्रेन, लेकिन हाल ही में कुछ ऐसा हुआ जिसने सबको चौंका दिया.
क्या है पूरा मामला?
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के सैकड़ों जवानों को त्रिपुरा के उदयपुर से जम्मू भेजा जाना था. ये जवान अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा देने जैसे महत्वपूर्ण काम के लिए जा रहे थे. BSF ने रेलवे से जवानों के लिए एक ठीक-ठाक ट्रेन की मांग की थी, जिसमें AC और स्लीपर कोच हों ताकि जवान आराम से लंबा सफर तय कर सकें.
लेकिन जब ट्रेन आई, तो उसकी हालत देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए. वो ट्रेन नहीं, बल्कि एक चलता-फिरता कबाड़खाना लग रही थी.
ट्रेन में क्या-क्या खराबियां थीं?
- ट्रेन की ज़्यादातर खिड़कियां टूटी हुई थीं.
- दरवाज़े ठीक से खुल या बंद नहीं हो रहे थे, यानी जाम थे.
- टॉयलेट इतने गंदे थे कि इस्तेमाल करना मुश्किल था.सबसे बुरा हाल तो सीटों का था.
- सीटें अपनी जगह से उखड़ी हुई थीं और नीचे लगी लोहे की रॉड बाहर निकल आई थीं.
- ऐसी सीटों पर बैठना ख़तरनाक भी हो सकता था.
1,200 BSF jawans deployed for Amarnath Yatra security were to travel from Udaipur to Jammu on Monday, but the train provided was in such poor condition that the personnel refused to travel. A new train has now been arranged.
BSF has now clarified that the BSF officials raised the… pic.twitter.com/8ByMJY7rzE
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) June 11, 2025
BSF ने उठाया सही कदम
हमारे जवानों ने इस पर कोई हंगामा या विरोध नहीं किया. BSF में एक नियम है कि जब भी जवानों को कहीं भेजा जाता है, तो पहले उनके बड़े अधिकारी पूरी ट्रेन का जायज़ा लेते हैं. इस बार भी जब अधिकारियों ने ट्रेन की ये खस्ता हालत देखी, तो उन्होंने फौरन इस बारे में रेलवे को शिकायत की.
रेलवे ने दिखाई फुर्ती
अच्छी बात यह रही कि रेलवे ने BSF की शिकायत को गंभीरता से लिया. उन्होंने अपनी गलती मानी और बिना कोई देरी किए उस खटारा ट्रेन को हटाकर एक दूसरी, नई और बेहतर ट्रेन का इंतज़ाम किया. अब BSF के जवान उसी नई ट्रेन से अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए जम्मू रवाना हो चुके हैं.