शिमला: हिमाचल प्रदेश में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है. मौसम विभाग (IMD) ने एक बार फिर हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने प्रदेश में 22 से 24 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी दी है और 'रेड अर्लट' जारी किया है. मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के 12 जिलों में से 8 में "बेहद भारी" बारिश की भविष्यवाणी करते हुए रेड अलर्ट जारी किया है. इन आठ जिलों में बिलासपुर, हमीरपुर, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और ऊना शामिल हैं. मंगलवार को भी इन जिलों में बारिश हुई. भारी बारिश के कारण मंडी के कुछ इलाकों से भूस्खलन की खबर आई. सावधान! बरसात के मौसम में हो सकता है इन बीमारियों का जाेखिम, जानें इससे बचने के उपाय.
शिमला (Shimla) में भी भारी से भारी बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग ने शिमला में 23 और 24 अगस्त को भारी बारिश का अनुमान जताते हुए शहर के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है. भारी बारिश के 'रेड' अलर्ट के मद्देनजर शिमला जिले के सभी आंगनबाड़ियां और शैक्षणिक संस्थान 23 और 24 अगस्त को बंद रहेंगे.
शिमला में सभी शैक्षणिक संस्थान 24 अगस्त तक बंद
Himachal Pradesh | All educational institutions and Anganwadis in Shimla district to remain closed on the 23rd and 24th of August in view of 'Red' alert for heavy rain pic.twitter.com/O1RjfFEmYV
— ANI (@ANI) August 22, 2023
इस सप्ताह नहीं मिलेगी बारिश से राहत
मौसम विज्ञान कार्यालय ने चंबा और मंडी जिलों के जल संग्रह क्षेत्र में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी दी है और 26 अगस्त तक यहां बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान लगाया है. मौसम विभाग ने कहा कि भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटना हो सकती है, अचानक आई बाढ़ से नदियों और बरसाती नालों का जलस्तर बढ़ सकता है जिससे खड़ी फसलों, फलदायी वृक्षों और पौधों को नुकसान पहुंच सकता है. मौसम विभाग ने 28 अगस्त तक राज्य में बारिश की भविष्यवाणी की है.
एक सप्ताह में 78 लोगों की मौत; अब तक 348 जानें गई
हिमाचल प्रदेश के शिमला में शिव मंदिर के मलबे से एक और शव बरामद होने के बाद राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या शनिवार को बढ़कर 78 हो गई. शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि प्रदेश में बीते रविवार रात से हुई 78 मौतों से 24 मौत अकेले शिमला में तीन बड़े भूस्खलनों में हुई है. उन्होंने बताया कि इसमें से 17 लोगों की मौत समर हिल के शिव मंदिर में हुई, वहीं, फागली में पांच लोगों की जान चली गई, जबकि कृष्णानगर में दो लोगों की मृत्यु हुई.
24 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से हिमाचल में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 348 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 38 लोग अभी भी लापता हैं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 12,000 से अधिक घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
राज्य सरकार ने लोगों को उफनते हुए नदी-नालों और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी है. प्रदेश में अब तक की बारिश से 8099 करोड़ की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है. इससे अकेले PWD को 2712.19 करोड़ रुपए की संपत्ति को नुकसान हो चुका है.