हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने केंद्र सरकार की अमृत सरोवर योजना (Amrit Sarovar Yojana) के तहत अपने तय लक्ष्य से अधिक अमृत सरोवर बनाकर एक और उपलिब्ध हासिल की है. 15 अगस्त, 2022 तक प्रदेश में 418 अमृत सरोवर बनाए जाने थे, लेकिन सरकार के अथक प्रयासों के फलस्वरूप 557 अमृत सरोवर बनाए जा चुके हैं. इस योजना के तहत प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवर बनाए जाने हैं.
मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि तालाबों को बचाने और उनके जीर्णोद्धार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशभर में अमृत सरोवर मिशन की शुरूआत की गई है. इस मिशन में बेहतर प्रदर्शन कर हरियाणा को देश में अग्रणी राज्य बनाना है.
कुल 5216 तालाबों के जीर्णोद्धार की कार्य योजना तैयार कर ली गई है. इन तालाबों में से 4811 तालाबों का डिजिटल सर्वे करवा लिया गया है और उसके बाद 3404 की आॢकटैक्चरल ड्राइंग्स बनाने के लिए कार्य आबंटित कर दिया है. 2737 तालाबों के आॢकटैक्चरल ड्राइंग्स बनाने के बाद एस्टिमेट्स तैयार किए जा रहे हैं. 268 आॢकटैक्चरल ड्राइंग्स का सत्यापन किया जा रहा है. केवल 399 आॢकटैक्चरल ड्राइंग्स प्रक्रियाधीन है, जिनका कार्य 30 सितम्बर तक पूर्ण कर लिया जाएगा.
5216 तालाबों के लिए ट्रीटिड वाटर के पुन: उपयोग के लिए मिकाडा द्वारा सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली हेतु कार्य योजना के अनुसार अभी तक 488 की फीजिबिलिटी चैक करने उपरांत अनुमानों को प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है. जिन पर कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा.
हरियाणा सरकार ने अमृत सरोवर योजना के तहत अपने तय लक्ष्य से अधिक अमृत सरोवर बनाकर एक और उपलब्धि हासिल की है। 15 अगस्त 2022 तक प्रदेश में 418 अमृत सरोवर बनाए जाने थे लेकिन सरकार के अथक प्रयासों से 557 अमृत सरोवर बनाए जा चुके हैं।#Haryana #DIPRHaryana #HaryanaSamvad pic.twitter.com/ynuJgueeAU
— DPR Haryana (@DiprHaryana) September 10, 2022
अमृत सरोवर योजना और अन्य तालाबों के जीर्णोद्धार हेतु 1032 कार्यों के अनुमान प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 644 कार्यों के लिए 496 करोड़ रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी गई है और शेष कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति भी जल्द प्रदान कर दी जाएगी.
हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा पी.डी.एम.एस. साफ्टवेयर के माध्यम से राज्य में स्थित सभी तालाबों का डाटा एकत्रित किया गया है. सर्वप्रथम प्रदूषित और ओवरफ्लो वाले लगभग 1800 तालाबों को कंस्ट्रक्टिड वेटलैंड तकनीक के माध्यम से उपचारित किया जा रहा है.