BCCI का नया नियम: अब जानबूझकर शॉर्ट रन लेना पड़ेगा महंगा, फील्डिंग कप्तान तय करेगा कौन खेलेगा अगली गेंद
एजबेस्टन क्रिकेट स्टेडियम, बर्मिंघम (Photo Credit:X@englandcricket)

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने घरेलू क्रिकेट सीज़न के आगाज़ से पहले नियमों में एक और बड़ा बदलाव किया है. अभी एक दिन पहले ही 'गंभीर चोट के बदले खिलाड़ी' (Serious Injury Replacement) का नियम लाने के बाद, BCCI ने रविवार, 17 अगस्त को एक और नया नियम पेश किया है. यह नियम जानबूझकर शॉर्ट रन लेने से जुड़ा है.

क्या है नया नियम?

नए नियम के मुताबिक, अगर अंपायर को लगता है कि बल्लेबाज़ ने जानबूझकर रन पूरा नहीं किया है (शॉर्ट रन लिया है), तो अब फील्डिंग टीम के कप्तान को यह अधिकार होगा कि वह तय करे कि अगली गेंद कौन सा बल्लेबाज़ खेलेगा.

सीधे शब्दों में कहें तो, अगर बल्लेबाज़ों ने चालाकी करके स्ट्राइक बदलने के लिए जानबूझकर एक रन कम दौड़ा, तो विरोधी कप्तान यह फैसला लेगा कि स्ट्राइक पर कौन रहेगा. इससे पहले, ऐसे मामलों में 5 रन की पेनल्टी लगती थी और मैच रेफरी के सामने सुनवाई भी हो सकती थी, लेकिन अब यह नया अधिकार सीधे फील्डिंग कप्तान को दे दिया गया है.

इस नियम की ज़रूरत क्यों पड़ी?

अक्सर T20 जैसे तेज़ फॉर्मेट में देखा जाता है कि सेट बल्लेबाज़ स्ट्राइक अपने पास रखने के लिए या फिर किसी कमज़ोर बल्लेबाज़ को गेंदबाज़ से बचाने के लिए जानबूझकर रन पूरा नहीं करते. वे ऐसा दिखाते हैं कि उन्होंने रन पूरा कर लिया है, लेकिन क्रीज़ के अंदर बल्ला नहीं रखते. इस नए नियम से ऐसी हरकतों पर लगाम लगेगी.

एक और नियम भी बदला: 'रिटायर्ड - आउट' का नियम हुआ सख़्त

शॉर्ट रन के अलावा BCCI ने एक और नियम बदला है. इसके मुताबिक- "अगर कोई बल्लेबाज़ चोट लगने के अलावा किसी और कारण से रिटायर होता है (मैदान छोड़कर जाता है), तो उसे तुरंत 'रिटायर्ड - आउट' मान लिया जाएगा. इसके बाद वह दोबारा बल्लेबाज़ी करने के लिए मैदान पर नहीं लौट सकेगा, भले ही विरोधी टीम का कप्तान इसकी इजाज़त क्यों न दे दे." यह नियम बल्लेबाज़ों को टैक्टिकल कारणों से मैदान छोड़ने से रोकेगा.

कब से लागू होंगे ये नियम?

BCCI के ये सभी नए और बदले हुए नियम 28 अगस्त से शुरू हो रही दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) से घरेलू क्रिकेट में लागू कर दिए जाएँगे.