Online Fraud in Gurugram: आर्मी ऑफिसर बनकर डालता था वाहन बेचने के विज्ञापन, 100 से ज्यादा लोगों को ठगा
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Online Fraud in Gurugram: गुरुग्राम साइबर क्राइम पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है जो फेसबुक और इंस्टाग्राम पर खुद को भारतीय सेना का अधिकारी बताकर लोगों को ठगता था. आरोपी मुबाहिद उर्फ वहीद हरियाणा के पलवल जिले का रहने वाला है. मुबाहिद ने सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर पुराने वाहन बेचने के नाम पर लोगों को धोखा दिया. मुबाहिद इंस्टाग्राम पर आर्मी यूनिफॉर्म में अपनी तस्वीरें लगाकर पुराने मोटरसाइकिल और कारों के आकर्षक विज्ञापन पोस्ट करता था. साथ ही वह यह दावा करता था कि उसका सेना में ट्रांसफर हो गया है, इसलिए वाहन तुरंत बेचना चाहता है. इस बहाने वह लोगों की सहानुभूति हासिल कर उनसे पैसे ऐंठता था.

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YouTube और Instagram से निकालता था टारगेट

वह उन लोगों को निशाना बनाता था जो YouTube या इंस्टाग्राम पर वाहन बेचने के लिए पोस्ट डालते थे. जब कोई व्यक्ति उस पर प्रतिक्रिया देता, तो मुबाहिद खुद संपर्क करता और फर्जी दस्तावेज व तस्वीरें भेजकर विश्वास दिलाता कि वह ही वाहन का मालिक है.

गुरुग्राम में ऑनलाइन ठगी का भंडाफोड़

डील के बाद गायब हो जाता था ठग

जैसे ही खरीदार उसके झांसे में आकर ऑनलाइन भुगतान करता, वह ठग तुरंत सारे संपर्क तोड़ देता. पुलिस जांच में सामने आया है कि वह अब तक 100 से ज्यादा लोगों को इस तरह ठग चुका है. गुरुग्राम में उसने कम से कम 3 ठगी के मामलों को अंजाम देने की बात कबूल की है.

तकनीकी निगरानी से चढ़ा पुलिस के हत्थे

साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, गुरुग्राम की टीम ने एसीपी प्रियंशु दीवान और इंस्पेक्टर अमित कुमार के नेतृत्व में तकनीकी निगरानी की मदद से आरोपी को गुरुग्राम के सेक्टर-14 से गिरफ्तार किया. उसके पास से दो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं, जिनका इस्तेमाल वह अपराधों के दौरान करता था.

पूछताछ से हो सकते हैं और खुलासे

आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है ताकि उससे और पूछताछ की जा सके और यह पता लगाया जा सके कि कहीं उसके साथ कोई और भी इस गिरोह में शामिल तो नहीं. पुलिस का कहना है कि जांच अभी जारी है और जल्द ही अन्य आरोपियों को भी पकड़ा जाएगा.

सावधान रहें, सतर्कता जरूरी

यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि सोशल मीडिया पर दिखने वाली हर जानकारी सही नहीं होती. गुरुग्राम पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी ऑनलाइन लेनदेन से पहले अच्छी तरह से जांच-पड़ताल करें, विशेषकर जब बात बड़ी रकम की हो या पहचान के दस्तावेज की.