नई दिल्ली: कृषि बिलों (Farm Bills) को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है. केंद्र के कृषि बिल के खिलाफ कांग्रेस (Congress) सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) जाने को लेकर अपनी रणनीति तैयार कर रही है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इस सप्ताह पंजाब और हरियाणा में ट्रैक्टर रैली का नेतृत्व किया था. इसी के साथ पार्टी ने कानूनों को लेकर सरकार पर अपना हमला तेज कर दिया है. राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था, मोदी जी का हर फैसला आम जनता को मजबूर और कुछ पूंजीपति मित्रों को और मजबूत बनाता है.
राहुल गांधी ने पंजाब के संगरूर में खेती बचाओ रैली में सोमवार को सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले छह वर्षों में उनकी कोई भी नीति गरीबों को लाभ नहीं पहुंचा पाई है. उन्होंने कोरोनो वायरस प्रकोप के बीच तीन काले कृषि बिल पारित किए. इस समय इसे करने की क्या जल्दबाजी थी? उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उन्हें लगा था कि किसान कुछ नहीं कर पाएंगे, लेकिन उन्हें किसान की ताकत का पता नहीं है. शिरोमणि अकाली दल के बाद JJP भी छोड़ेगी बीजेपी का साथ? अवसर की तलाश में कांग्रेस
पार्टी ने कांग्रेस शासित राज्यों को विशेष विधानसभा सत्र बुलाने और अपने स्वयं के कृषि बिलों को पारित करने के लिए कहा है. कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने प्रस्तावित कानूनों का मसौदा तैयार किया है. हालांकि पार्टी का मानना है कि बिल को लेकर सुप्रीम कोर्ट का रूख करने के लिए अभी सही समय नहीं है. बिल को लेकर कांग्रेस पानी रणनीति तैयार कर रही है. सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस को अदालत में जाने का अधिकार बरकरार है और वह उचित अवसर पर ऐसा करेगी.
बता दें कि केंद्र के नए कृषि कानून के खिलाफ कई राज्यों में किसान सड़कों पर उतर आए हैं. पंजाब, हरियाणा में बड़े पैमाने पर बिल का विरोध हो रहा है. कृषि बिल के खिलाफ विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है. वहीं कृषि बिल के विरोध में बीजेपी के 22 साल पुराने गठबंधन सहयोगी शिरोमणि अकाली दल ने राष्ट्रीय एनडीए से 22 साल पुराना नाता तोड़ दिया है.