
क्वेटा, 14 फरवरी: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के हरनाई जिले के शाहराग इलाके में शुक्रवार को एक भीषण बम धमाके में कम से कम 11 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि सात अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह विस्फोट उस समय हुआ जब कोयला खदान में काम करने वाले मजदूरों को ले जा रहा एक वाहन सड़क से गुजर रहा था. हरनाई के डिप्टी कमिश्नर हजरत वली काकर ने बताया कि, "सड़क पर लगाए गए विस्फोटक को संदिग्ध रूप से इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) माना जा रहा है."
घटनास्थल पर सुरक्षा बलों की तैनाती
धमाके के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को घेर लिया और मृतकों व घायलों को अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल प्रशासन ने पुष्टि की कि मृतकों में से नौ की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दो अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है.
The explosion was caused by a Claymore mine, originally intended for an army vehicle. A civilian mini-truck carrying coal mine laborers hit the explosive device, resulting in the losses of life and injuries.
Initial investigations suggest that Balochistan Liberation Army (BLA)… https://t.co/cRGGeWW7tc pic.twitter.com/nJGvwmQEYj
— War analyst (@War_Analysts) February 14, 2025
कोयला खनिकों को निशाना बनाए जाने की आशंका
शाहराग क्षेत्र में पहले भी कई बम धमाकों की घटनाएं हो चुकी हैं. माना जा रहा है कि इस विस्फोट का मकसद इलाके में हो रहे खनन कार्यों को बाधित करना था, क्योंकि मृतकों में अधिकतर कोयला खदान के मजदूर थे. एक और आशंका यह भी जताई जा रही है कि मजदूरों को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि वे बलूचिस्तान के मूल निवासी नहीं थे.
Pakistan blast kills 11 people near mine, officials say https://t.co/tj4SYPrUJz pic.twitter.com/sQoHFbc3PO
— Reuters (@Reuters) February 14, 2025
मजदूरों की पहचान और संभावित हमलावर
माइंस डिपार्टमेंट के अनुसार, मारे गए अधिकांश मजदूरों का संबंध खैबर पख्तूनख्वा (KP) के स्वात और शांगला से था.
अब तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. हालांकि, अतीत में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ऐसे हमलों को अंजाम देती रही है और संदेह है कि इस हमले के पीछे भी उसी का हाथ हो सकता है.
सरकार और अधिकारियों की प्रतिक्रिया
बलूचिस्तान प्रांतीय सरकार ने इस कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा की और तत्काल जांच शुरू करने की घोषणा की. बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने कहा, "निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने वाले आतंकियों को किसी भी तरह की माफी नहीं दी जाएगी. बलूचिस्तान की शांति को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी."
उन्होंने आगे कहा, "शांति विरोधी तत्वों की साजिशों को किसी भी सूरत में सफल नहीं होने दिया जाएगा. बलूचिस्तान सरकार लोगों की जान और संपत्ति की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रही है."
पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने की बात कही. उन्होंने कहा, "निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने वाले दरिंदों को कोई रहम नहीं दिया जाना चाहिए."
बलूचिस्तान में बढ़ते हमले और आतंकवाद
बलूचिस्तान प्रांत में लंबे समय से आतंकवादी घटनाएं हो रही हैं. खासकर पंजाब और अन्य क्षेत्रों से आए मजदूरों को बार-बार निशाना बनाया गया है.
पाकिस्तान सरकार का कहना है कि बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा (KP) में सक्रिय आतंकवादी समूहों को अफगान तालिबान से समर्थन और सुविधा मिल रही है. इस्लामाबाद का आरोप है कि अफगान तालिबान, पाकिस्तान विरोधी समूहों और उनकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में सहयोग कर रहा है. इस हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों की चुनौतियां और बढ़ गई हैं और प्रशासन इस घटना की पूरी जांच कर रहा है.