VIDEO: न्यूयॉर्क के आसमान में बांग्लादेश का विरोध! 'हिंदुओं पर अत्याचार बंद करो' का बैनर लेकर उड़ता रहा विमान, वीडियो वायरल

न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में एक प्लेन बैनर लेकर आसमान में उड़ता नजर आया. बैनर पर लिखा था, “बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बंद करो.” इस बैनर के साथ बांग्लादेश के अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस की तस्वीर भी थी. न्यूयॉर्क में मौजूद हमारे टीम सदस्यों ने इसका वीडियो भेजा है, जो तेजी से वायरल हो रहा है.

मैनहट्टन में विरोध का संदेश 

मैनहट्टन में प्लेन द्वारा "बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बंद करो" का बैनर उड़ाने का मकसद था, दुनिया का ध्यान इस गंभीर मुद्दे की ओर खींचना. इस तरह के प्रदर्शन से यह साफ जाहिर है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय बांग्लादेश में हो रही हिंसा और मोहम्मद यूनुस के बयान पर कड़ी निगरानी रख रहा है.

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की बाढ़

बांग्लादेश में तख्तापलट और अंतरिम सरकार के गठन के बाद से हिंदुओं पर हमले बढ़ते जा रहे हैं. धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है और हिंदू समुदाय को लगातार हिंसा का सामना करना पड़ रहा है. ये घटनाएं अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और मानवाधिकार संगठनों के बीच चिंता का विषय बनी हुई हैं.

मोहम्मद यूनुस का विवादित बयान 

पिछले महीने, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने इन हमलों पर एक विवादास्पद बयान दिया था. उनका कहना था कि हिंदुओं पर हमले को जरूरत से ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है. उन्होंने इस मुद्दे को राजनीतिक करार दिया और भारत पर भी सवाल उठाए.

यूनुस ने कहा, “मैंने भारत के प्रधानमंत्री से कहा है कि हिंदुओं पर हमलों के मामले को अतिरंजित किया जा रहा है. इसका साम्प्रदायिक से ज्यादा राजनीतिक पहलू है.” उन्होंने बांग्लादेश में शेख हसीना और उनकी पार्टी अवामी लीग के कार्यकाल में हुए अत्याचारों को भी इस हिंसा का कारण बताया. उन्होंने स्पष्ट किया कि वे इस हिंसा का समर्थन नहीं करते, लेकिन इसे पूरी तरह साम्प्रदायिक बताना गलत है.

बांग्लादेश में हिंसा की असलियत 

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोग लंबे समय से हिंसा और उत्पीड़न का शिकार होते आ रहे हैं. धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना और राजनीतिक संघर्ष के नाम पर इन हमलों को सही ठहराना चिंता का विषय है. अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस के बयान ने इस मुद्दे को और गरमा दिया है, जिससे भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में भी तनाव बढ़ सकता है.

यह घटना बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों और अल्पसंख्यकों के साथ हो रही घटनाओं पर एक बार फिर से सवाल खड़ा करती है.