चीन: खूबसूरत महिला गवर्नर ने 58 कर्मचारियों के साथ किया सेक्स! आरोपी झोंग यांग को मिली 13 साल जेल की सजा
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चीन की 52 वर्षीय पूर्व महिला अधिकारी झोंग यांग को 'सुंदर गर्वनर' के नाम से भी जाना जाता है. एक बार फिर वह सुर्खियों में हैं. अप्रैल 2023 में अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ यौन संबंध और अंतरंग रिश्तों में लिप्त होने के कारण उन्हें पद से हटा दिया गया था. हाल ही में आई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि उन्हें 58 अधीनस्थों के साथ यौन संबंध, दुर्व्यवहार और लगभग 60 मिलियन युआन (करीब 71 करोड़ भारतीय रुपये) की रिश्वत लेने के आरोप में 13 साल की सजा सुनाई गई है.

कौन हैं झोंग यांग?

झोंग यांग पहले चीन के गुइझोउ प्रांत के कियानन बुएई और मियाओ स्वायत्त प्रीफेक्चर में गर्वनर और डिप्टी सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत थीं. उन्होंने 22 साल की उम्र में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल होकर राजनीति में कदम रखा था और बाद में नेशनल पीपल्स कांग्रेस (NPC) में डिप्टी के रूप में प्रतिष्ठित पद संभाला. अपने करियर के दौरान उन्होंने तेजी से तरक्की की और कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया.

क्या हैं आरोप?

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, झोंग यांग को 13 साल की सजा और एक मिलियन युआन का जुर्माना लगाया गया है. आरोपों में मुख्य रूप से उनके 58 अधीनस्थों के साथ यौन संबंध, दुर्व्यवहार और रिश्वतखोरी शामिल हैं. झोंग यांग, जो अपनी खूबसूरती और आकर्षक व्यक्तित्व के लिए चर्चित थीं, कभी शादी नहीं की और उनके कोई बच्चे नहीं हैं.

यौन संबंध और शक्ति का दुरुपयोग

झोंग यांग के बारे में बताया जाता है कि उन्होंने अपने अधीनस्थ पुरुषों के साथ कई रिश्ते बनाए और "ओवरटाइम काम" और "व्यावसायिक यात्राएं" जैसे बहाने बनाकर उनके साथ समय बिताया. उनके बारे में यह भी कहा जाता है कि उन्होंने अपनी शक्ति और धन के लिए इन रिश्तों का उपयोग किया.

NetEase News के साथ बातचीत में, झोंग यांग ने स्वीकार किया कि कुछ पुरुष उनके साथ संबंध इस उम्मीद में रखते थे कि उन्हें लाभ मिलेगा, जबकि अन्य उनकी सत्ता के डर से ऐसा करते थे. रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि झोंग यांग के 58 प्रेमी थे, जिनके साथ उन्हें अक्सर नाइटक्लब में देखा जाता था और उनके पास हमेशा कंडोम रखे होते थे.

रिश्वत और भ्रष्टाचार 

सिर्फ यौन संबंध ही नहीं, बल्कि झोंग यांग पर रिश्वत लेने के भी गंभीर आरोप लगे हैं. बताया गया है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए लगभग 60 मिलियन युआन की रिश्वत ली. इन सभी आरोपों के चलते उन्हें न केवल पद से हटाया गया बल्कि अब 13 साल की जेल की सजा भी सुनाई गई है.

इस मामले ने चीन में राजनीतिक व्यवस्था के अंदर हो रहे भ्रष्टाचार और शक्ति के दुरुपयोग पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं. झोंग यांग का मामला यह दिखाता है कि किस प्रकार सत्ता और पद का गलत उपयोग करके व्यक्तिगत लाभ उठाया जा सकता है.