उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh ) में गंगा नदी अपने उफान पर है. आलम ये है कि गंगा नदी खतरे का निशान उपर बह रही हैं. जिसके कारण आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. प्रयागराज के अलावा गंगा नदी (River Ganga) बलिया और वाराणसी (Varanasi) में भी उफान पर है, जिसके कारण फंसे हुए लोगों को वहां से सुरक्षित निकालने का काम शुरू कर दिया गया है. गंगा में एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ाव भी जारी है. वाराणसी में दशाश्वमेध घाट पर बने कई मंदिर समेत कई घाट डूब चुके हैं. लोग वहीं स्नान कर रहे हैं. चिताएं भी गलियों में जल रही हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की कई बीघे फसल पानी में डूब गई हैं. उधर मणिकर्णिका घाट की दूसरी मंजिल पर शवदाह हो रहा है, तो हरिश्चंद्र घाट जाने वाली गलियों में चिताएं जल रही हैं.
बाढ़ का असर खासकर प्रयाग, वाराणसी, गोंडा, अयोध्या, बलिया और मिर्जापुर में देखने को मिल रहा है. इससे पहले साल 2016 में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार गया था. जलस्तर बढ़ने से दारागंज, छोटा बघाड़ा, चांदपुर सलोरी, सलोरी, शिवकुटी, तेलियरगंज, मेहंदौरी, रसूलाबाद, बेली गांव, बेली कछार, राजापुर, नेवादा, गौसनगर, करैलाबाग, नैनी, झूंसी और फाफामऊ के कछारी इलाकों में मुसीबत खड़ी हो रही है. हजारों घरों में पानी घुस गया है. जिला प्रशासन पल-पल बढ़ते जलस्तर पर नजर बनाए हुए है. बचाव कार्य के लिए सभी टीमें अलर्ट हैं.
Low lying areas in Varanasi have been flooded due to rise in the water level of river Ganga. #flood #Gangariver #UttarPradesh #Floodinup pic.twitter.com/n0xdWmWFCh
— Manoj Pandey (@PManoj222) September 18, 2019
Low lying areas in Varanasi have been flooded due to rise in the water level of river Ganga. A local says,"water level is increasing continuously & approaching the danger mark. Many ghats have been submerged in water. We are facing problems." pic.twitter.com/LGb7ZKuukC
— ANI UP (@ANINewsUP) September 17, 2019
सीएम योगी आदित्यनाथ किया हवाई सर्वेक्षण
बिगड़ते हालत को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गोरखपुर से अचानक बाढ़ग्रस्त जिला बलिया पहुंचे और उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हेलिकॉप्टर से सर्वेक्षण किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दयाछपरा पहुंचे और उन्होंने बाढ़ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया. उन्होंने कटान पीड़ितों के बीच राहत सामाग्री भी वितरित की. उन्होंने दुबेछपरा रिंग बंधा के कटने के कारणों की भी जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत में कोई लापरवाही न हो इसकी सख्त हिदायत अधिकारियों को दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित लोगों पर हर पल निगरानी रखने के भी निर्देश दिए. (इनपुट आईएएनएस )