हिमाचल प्रदेश के शिमला में मंगलवार की सुबह एक निर्माणाधीन सुरंग ढह गई. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है. सुरंग का निर्माण कार्य चल रहा था और निर्माण में इस्तेमाल हो रही मशीनें भी बाहर खड़ी थीं. इसी दौरान, अचानक सुरंग का एक हिस्सा ढह गया. इस घटना से वहां काम कर रहे मजदूरों में दहशत फैल गई, लेकिन सौभाग्य से किसी भी मजदूर को कोई चोट नहीं आई, क्योंकि वे पहले ही सुरंग से बाहर निकल चुके थे.
समय रहते बचाई गई जानें
जानकारी के अनुसार, परवाणू से शिमला तक बन रही फोर-लेन सड़क के तहत चलोंठी के संजौली क्षेत्र में टिटारी सुरंग के पोर्टल का काम चल रहा था. सोमवार की शाम को ही इस क्षेत्र में कुछ पत्थर और मिट्टी गिरने लगे थे. इस स्थिति को देखते हुए, सुरंग के अंदर काम कर रहे मजदूरों और मशीनों को समय रहते बाहर निकाल लिया गया. यदि वे अंदर होते, तो यह घटना एक बड़ी दुर्घटना में तब्दील हो सकती थी.
एनएचएआई का बयान
निर्माणाधीन सुरंग के ढहने के मामले पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के परियोजना प्रबंधक अचल जिंदल ने भी बयान जारी किया है. उन्होंने बताया कि जहां सुरंग का पोर्टल बनाया जा रहा था, वहां पहले से ही मलबा पड़ा हुआ था. पोर्टल को कंक्रीट से बनाने का काम चल रहा था. इसी बीच, भारी बारिश हुई, जिसके कारण सुरंग के पोर्टल पर भूस्खलन हो गया.
लगातार बारिश से उत्पन्न खतरा
हिमाचल प्रदेश में प्री-मानसून की वजह से पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है. इस बारिश के कारण राज्य की 288 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं, और 5 राष्ट्रीय राजमार्गों से भी संपर्क कट गया है. बारिश के कारण कई जिलों में बिजली और पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है. मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में भी इसी तरह के मौसम की भविष्यवाणी की है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है.
शिमला में सुरंग ढहने की इस घटना ने एक बार फिर निर्माण कार्यों के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों की अहमियत को उजागर किया है. मजदूरों की समय पर निकासी से एक बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह घटना हमें बताती है कि प्राकृतिक आपदाओं के दौरान निर्माण स्थलों पर अतिरिक्त सावधानी बरतना कितना जरूरी है.