Tirupati Laddu Row: आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में स्थित तिरुमाला मंदिर (Tirupati Temple) में दिए जाने वाले प्रसाद के लड्डू में पशुओं की चर्बी के इस्तेमाल को लेकर उठे विवाद के बीच अमूल ने शुक्रवार को सफाई दी. कंपनी ने कहा है कि उनकी तरफ से कभी भी घी तिरुपति मंदिर को नहीं सप्लाई किया गया. अमूल इंडिया ने शुक्रवार को कहा कि सोशल मीडिया पर ऐसी रिपोर्ट सामने आईं हैं, जिनमें कहा गया है कि तिरुपति मंदिर में हमारी ओर से घी (Amul Ghee) जाता था. कंपनी ने कहा यह सभी रिपोर्ट अफवाह हैं. कंपनी ने कहा, हम बताना चाहते हैं कि हमने कभी भी तिरुपति मंदिर को अमूल घी की सप्लाई नहीं की है.
अमूल ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर बयान जारी करते हुए साफ किया कि उन्होंने कभी तिरुपति मंदिर को घी की सप्लाई नहीं की है. अमूल ने कहा कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहें पूरी तरह गलत हैं. अमूल ने कहा, "हमारा घी अत्याधुनिक और आईएसओ प्रमाणित प्लांट्स में तैयार होता है. यह शुद्ध दूध की वसा से बनाया जाता है, जो गुणवत्ता जांच के बाद ही इस्तेमाल किया जाता है. हमारे सारे प्रोडक्ट्स FSSAI के मानकों के अनुसार बनते हैं, और किसी भी तरह की मिलावट की कोई गुंजाइश नहीं है."
अमूल का क्या कहना है?
Issued in Public Interest by Amul pic.twitter.com/j7uobwDtJI
— Amul.coop (@Amul_Coop) September 20, 2024
इस पूरे मामले की शुरुआत तब हुई जब आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि पिछली वाईएसआर कांग्रेस सरकार के दौरान तिरुपति लड्डू की तैयारी में पशु वसा जैसी घटिया सामग्री का उपयोग किया गया था. इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तेजी से यह खबर फैलने लगी कि तिरुपति मंदिर में अमूल घी का इस्तेमाल होता था. हालांकि, अमूल ने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि वे कभी भी मंदिर को घी की सप्लाई नहीं करते थे.
तिरुपति के लड्डू की महत्ता
तिरुपति लड्डू सिर्फ एक मिठाई नहीं है, यह भक्तों के लिए आस्था और भक्ति का प्रतीक है. हर साल करोड़ों भक्त तिरुपति मंदिर में दर्शन करने जाते हैं और प्रसाद के रूप में यह लड्डू लेते हैं. यह प्रसाद मंदिर की पवित्रता और भक्तों की श्रद्धा का प्रतीक है.