
1948 में भारतीय संविधान के लागू होने के बाद 14 सितंबर 1949 में हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्राप्त हुआ था. इसी आधार पर हर वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत हुई. लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी के प्रचार-प्रसार और विदेशों में हिंदी को एक सशक्त भाषा के तौर पर स्थापित करने के लिए 10 जनवरी 1975 को नागपुर में पहला विश्व हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया. इस सम्मेलन में 30 देशों ने हिस्सा लिया था. सम्मेलन के मुख्य अतिथि थे मॉरिशस के प्रधानमंत्री श्री शिवसागर रामगुला�