नई दिल्ली: सभी हिंदी भाषियों के लिए 14 सितम्बर का दिन किसी त्योहार से कम नहीं होता है. पूरे भारत में इस दिन हिंदी दिवस मनाया जाता है. स्कूल, कॉलेजों में सभाएं आयोजित कर हिंदी पर चर्चा-परिचर्चा की जाती है. ज्ञात हो कि 14 सितम्बर 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया था. इसी कड़ी में बता दें कि हिंदी दिवस (Hindi Diwas) पर सोशल मीडिया पर तमाम हस्तियों ने ट्वीट कर हिंदी दिवस की शुभकामनाएं दीं.
गौर हो कि हिंदी दिवस (Hindi Diwas) देश में ही नहीं पूरी दुनिया में मनाया जाता है. हालांकि दुनिया के अलग देशों में हिंदी दिवस मनाने की तारीख अलग है. यह भी पढ़े-हिंदी दिवस 2018:ये हिंदी मोबाइल ऐप भाषा को बना रहे हैं सरल, आप भी करें डाउनलोड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर बधाई संदेश दिया. उन्होंने लिखा- भाषा वह माध्यम है जिससे कोई भी समाज अपना ज्ञान, संस्कृति और संस्कार भावी पीढ़ियों तक पहुंचाता है. हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में लगे भाषाविदों और हिंदी प्रेमियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं.
भाषा वह माध्यम है जिससे कोई भी समाज अपना ज्ञान, संस्कृति और संस्कार भावी पीढ़ियों तक पहुंचाता है। #हिंदी_दिवस के अवसर पर हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में लगे भाषाविदों और हिंदी प्रेमियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।
— Narendra Modi (@narendramodi) September 14, 2018
दूसरी तरफ केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ट्विटर हैंडल पर अपना नाम अंग्रेजी से हिंदी में लिखा. फिर उन्होंने ट्वीट किया-हिंदी दिवस पर हिंदी प्रेमियों एवं हिंदी सेवियों को हार्दिक शुभकामनायें. भाषा देश की सांस्कृतिक धरोहर के साथ राष्ट्रीय स्वाभिमान की भी अभिव्यक्ति होती है. हिंदी दिवस पर हम हिंदी समेत सभी भारतीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार के लिए अपना योगदान देने का संकल्प करें. इससे भारत मज़बूत होगा.
हिंदी दिवस पर हिंदी प्रेमियों एवं हिंदी सेवियों को हार्दिक शुभकामनायें। भाषा देश की सांस्कृतिक धरोहर के साथ राष्ट्रीय स्वाभिमान की भी अभिव्यक्ति होती है। हिंदी दिवस पर हम हिंदी समेत सभी भारतीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार के लिए अपना योगदान देने का संकल्प करें। इससे भारत मज़बूत होगा।
— राजनाथ सिंह (@rajnathsingh) September 14, 2018
राष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू ने प्राथमिक शिक्षा का माध्यम मातृभाषा बनाने पर जोर दिया और कहा है कि, शिक्षा का माध्यम अंग्रेजी होने के कारण बच्चों में आत्मविश्वास की कमी और हीनभावना पनपती है.