महाराष्ट्र में छात्रों के लिए खुशखबरी! ST महामंडल ने सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया, यात्रा के दौरान समस्या होने पर तुरंत मिलेगी मदद
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MSRTC Helpline Number: महाराष्ट्र में स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है. अब घर से स्कूल जाते समय या स्कूल से घर लौटते समय एसटी यात्रा में किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर छात्रों को तुरंत सहायता मिलेगी. एसटी बस समय पर न पहुंचे, लेट हो जाए या अचानक रद्द कर दी जाए, ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एसटी महामंडल ने ‘1800 221 251’ हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है.

परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने दी जानकारी

यह जानकारी महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री तथा एसटी महामंडल के अध्यक्ष प्रताप सरनाईक (Pratap Sarnaik) ने दी. उन्होंने कहा कि यह हेल्पलाइन छात्रों की समस्याओं को जल्दी समाधान देने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है. यह भी पढ़े: ST Bus Offer: 60 दिनों का किराया देकर करें 90 दिन सफर, ई बस में यात्रियों को मिलेगी ये सुविधा, जानें डिटेल्स

लाखों छात्र रोजाना लेते हैं एसटी बसों का लाभ

राज्यभर में लाखों विद्यार्थी रोजाना स्कूल–कॉलेज आने-जाने के लिए एसटी बसों का उपयोग करते हैं. राज्य सरकार छात्रों को मासिक पास पर 66.66% की छूट प्रदान करती है. इसके साथ ही पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होळकर योजना के तहत बारहवीं तक की छात्राओं को मुफ़्त मासिक पास भी उपलब्ध कराया जाता है.

विद्यार्थियों ने बस देरी और रद्द होने की शिकायतें रखीं थी

धाराशिव बसस्थानक के दौरे के दौरान छात्र–छात्राओं ने मंत्री सरनाईक के सामने कई समस्याएँ रखीं, जिनमें बसों का समय पर न आना, भीड़ के कारण स्टॉप पर न रुकना, लेट आना या अचानक रद्द होना शामिल था. इन कारणों से छात्रों की कक्षाएँ छूटने और परीक्षाओं के प्रभावित होने की समस्या लगातार सामने आई. जिसकी शिकायत छात्रों ने मंत्री से की थी.

समस्या होने पर हेल्पलाइन पर तुरंत करें संपर्क

MSRTC की तरफ से जारी नंबर के बाद मंत्री सरनाईक ने निर्देश दिए हैं कि यदि बस में तकनीकी खराबी हो, देरी हो या बस रद्द हो जाए, तो छात्र तुरंत हेल्पलाइन 1800 221 251 पर संपर्क करें.

इसके अलावा सभी 31 विभागों के विभाग नियंत्रकों के संपर्क क्रमांक स्कूल–कॉलेजों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि आपात स्थिति में प्राचार्य, मुख्याध्यापक या छात्र सीधे संपर्क कर सकें.

जिम्मेदारी तय- डीपो प्रबंधक और पर्यवेक्षक होंगे उत्तरदायी

मंत्री ने स्पष्ट किया कि बसों की देरी या रद्द होने के कारण छात्रों की पढ़ाई या परीक्षा पर असर पड़ना अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे मामलों में संबंधित क्षेत्र के डीपो प्रबंधक और पर्यवेक्षक को जिम्मेदार ठहराया जाएगा.

छुट्टी के समय बस स्टॉप पर पर्यवेक्षक रहेंगे तैनात

सरकार के आदेश में कहा गया है कि सोमवार से शुक्रवार शाम 5 से 6 बजे के बीच—जब स्कूल और कॉलेज की छुट्टी होती है—संबंधित बस स्टॉप पर पर्यवेक्षक गणवेश में मौजूद रहेंगे. वे अंतिम छात्र या छात्रा के सुरक्षित घर जाने तक वहीं तैनात रहेंगे.