नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) तेजी से गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होता जा रहा है. चक्रवात बिपारजॉय के और तेज होने के कारण, गुजरात तट पर पहले से ही निकासी प्रक्रिया शुरू हो गई है. मछली पकड़ने की गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है और मछुआरों को 15 जून तक मध्य अरब सागर तथा सोमवार को उत्तर अरब सागर में नहीं जाने का निर्देश दिया गया है. प्राधिकारी समुद्र तटीय जिलों में रहने वाले लोगों को वहां से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं. अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि करीब 1,300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. High Tide Timing in Mumbai for Today: मुंबई में समुद्र किनारे उठ रहीं ऊंची लहरें, हाई टाइड का अलर्ट; जानें टाइमिंग.
खतरे को देखते हुए कच्छ जिला प्रशासन ने समुद्र के किनारे के इलाकों में धारा 144 लागू कर दी थी और तट के पास लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी है. कच्छ जिले में अधिकारियों ने निचले इलाकों से लोगों को अस्थायी आश्रय स्थलों में शिफ्ट करना शुरू कर दिया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को देखते हुए सौराष्ट्र और कच्छ के तटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
कच्छ जिले और पाकिस्तान के कराची तट के बीच 15 जून को पहुंचने की संभावना के मद्देनजर गुजरात सरकार राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) एवं राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के दलों को तटीय इलाकों में तैनात कर रही है तथा छह जिलों में आश्रय केंद्र स्थापित किए हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अपने ताजा बुलेटिन में बताया कि ‘अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान’ के उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और सौराष्ट्र, कच्छ तथा मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच पाकिस्तान के तटों को 15 जून को दोपहर तक पार करने की संभावना है. तब तक यह ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ बन जाएगा और इस दौरान 125-130 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से हवा चलने की संभावना है.
आईएमडी ने कच्छ, द्वारका और जामनगर के कुछ इलाकों में 15 जून को भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है. आईएमडी ने कहा कि तट के करीब सौराष्ट्र क्षेत्र के अन्य जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी, जबकि उत्तर गुजरात के जिलों में कुछ स्थानों पर भी भारी वर्षा होगी.