प्रयागराज, 24 नवंबर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2025 में यहां होने वाले महाकुंभ मेले के लिए तैयारियों की औपचारिक घोषणा करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि वह दोनों उपमुख्यमंत्रियों, मंत्री नंदी, दोनों सांसदों, मुख्य सचिव, डीजीपी समेत सभी अधिकारियों के साथ महाकुंभ 2025 की यहां समीक्षा बैठक करने जा रहे हैं. यह भी पढ़ें: गहलोत ने पायलट पर कसा तंज, कहा उन्होंने गद्दारी की, उन्हें राजस्थान का मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता
यहां परेड ग्राउंड में आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन में 1295 करोड़ रुपये की 284 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री ने पंचप्रण की बात की है जिसमें उन्होंने विरासत के सम्मान का संकल्प लिया था.”
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का कार्य हो या काशी में काशी विश्वनाथ धाम, मां विंध्यवासिनी का धाम या प्रयागराज का ऐतिहासिक कुंभ, ये सभी उसी परंपरा के हिस्से हैं. जिस सुरक्षा, सुव्यवस्था और स्वच्छता के साथ 2019 का कुंभ हुआ, इस परंपरा को और भी अच्छे ढंग से प्रस्तुत करने के लिए यह बैठक हो रही है.”
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के संकल्पों के अनुरूप 2025 के महाकुंभ का आयोजन को हम प्रयागराज की भावनाओं के अनुसार करेंगे. यह हमारा सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अक्टूबर, 2018 में प्रयागराज को उसका पुरातन नाम प्राप्त कराने का गौरव हमें प्राप्त हुआ है.”
प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “प्रयागराज का 2019 का कुंभ तो महज झांकी थी, असली पिक्चर अभी बाकी है. पिछले कुंभ में 24 करोड़ लोग प्रयागराज आए थे, लेकिन 2025 के महाकुंभ में 40 करोड़ लोगों के यहां आने की उम्मीद है.”
मौर्य ने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 से पहले प्रयागराज में हर साल लगने वाले माघ मेले के लिए 30 करोड़ रुपये का बजट आता था, लेकिन योगी सरकार आने के बाद माघ मेले के लिए हर साल 75 करोड़ रुपये का बजट दिया जाता है.
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश को डबल इंजन सरकार का लाभ मिल रहा है जिसके परिणाम स्वरूप आज सबसे अधिक एक्सप्रेसवे इसी राज्य में हैं. उन्होंने कहा कि पहले की सरकार में उत्तर प्रदेश में जमीन का बैनामा नहीं बल्कि माफियानाम होता था, लेकिन आज प्रदेश में कानून का राज है.
सम्मेलन को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार जिस रफ्तार के साथ काम कर रही है, उसे देखते हुए लोग जनवरी, 2024 से रामलाला के दर्शन (भव्य मंदिर में) के लिए जाने लगेंगे.
सम्मेलन को इलाहाबाद सांसद रीता बहुगुणा जोशी, फूलपुर सांसद केशरी देवी पटेल, भदोही सांस रमेश बिंद, महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी, जिला पंचायत अध्यक्ष डाक्टर वीके सिंह, पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह आदि ने संबोधित किया.
इस दौरान, मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, एक जिला एक उत्पाद और अन्य योजनाओं के लाभार्थियों को अनुदान की राशि और मकान की प्रतीकात्मक चाबी प्रदान की.
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