कनाडा के हिंदू सांसद चंद्र आर्य ने कनाडा में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि हाल के घटनाक्रमों के चलते हिंदू समुदाय में असुरक्षा की भावना बढ़ गई है. चंद्र आर्य ने यह भी बताया कि एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उन्हें रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) की सुरक्षा में आना पड़ा, क्योंकि उनके खिलाफ खालिस्तानी समर्थक प्रदर्शन कर रहे थे.
चंद्र आर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कनाडा में खालिस्तानी उग्रवाद एक गंभीर समस्या है. हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी विदेशी सरकार कनाडा के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करे, खासकर जब बात खालिस्तानी उग्रवाद की हो." उन्होंने यह भी कहा कि कनाडा और भारत के बीच सहयोग की आवश्यकता है ताकि इस खतरे का सामना किया जा सके.
उन्होंने कनाडा के राजनीतिक माहौल पर भी चिंता व्यक्त की, जहां कुछ राजनीतिक नेता खालिस्तानी उग्रवाद का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "कनाडा में राजनेताओं को आतंकवाद और उग्रवाद का समर्थन नहीं करना चाहिए." चंद्र आर्य ने हिंदू-कनाडाई समुदाय से अपील की कि वे अपनी आवाज उठाएं और अपने सुरक्षा और हितों की रक्षा करें.
Text of my statement:
I have heard concerns from Hindus across Canada regarding recent developments. As a Hindu Member
of Parliament, I too have experienced these concerns firsthand.
Last week, I could safely participate in a Hindu event in Edmonton only under the protection of… pic.twitter.com/mf7hhoxnEL
— Chandra Arya (@AryaCanada) October 16, 2024
चंद्र आर्य का संदेश
चंद्र आर्य ने हिंदू-कनाडाई समुदाय को एकजुट होने की अपील की और कहा, "हम इस देश में सबसे शिक्षित और सफल समुदाय हैं. हमें अपनी आवाज उठानी होगी और सभी राजनेताओं को जिम्मेदार ठहराना होगा." उन्होंने आश्वासन दिया कि वे समुदाय के हितों के लिए लड़ाई जारी रखेंगे.
इस प्रकार, चंद्र आर्य का यह बयान कनाडा में हिंदुओं की सुरक्षा और खालिस्तानी उग्रवाद के मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण बातचीत की शुरुआत है. यह आवश्यक है कि इस समस्या का समाधान मिलकर किया जाए ताकि सभी समुदायों को सुरक्षा और सम्मान प्राप्त हो सके.
क्या है भारत-कनाडा विवाद?
खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले ने भारत और कनाडा के बीच संबंधों में नया तनाव पैदा कर दिया है. यह विवाद हाल ही में एक गंभीर मोड़ पर पहुंच गया है, जिसके चलते दोनों देशों के राजनयिक रिश्ते भी खतरे में हैं. यहां इस विवाद के प्रमुख पहलुओं पर चर्चा की गई है:
1. हरदीप सिंह निज्जर की हत्या
हरदीप सिंह निज्जर एक खालिस्तान समर्थक एक्टिविस्ट थे, जिनकी हत्या जून 2023 में कनाडा में हुई. कनाडाई सरकार ने इस मामले में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और अन्य भारतीय राजनियकों पर आरोप लगाया है, जो भारत के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है.
2. राजनयिक संबंधों में तनाव
इस विवाद के चलते भारत और कनाडा ने एक-दूसरे के कुछ राजनयिकों को निकाला है. इससे दोनों देशों के बीच के संबंधों में और अधिक कटुता आ गई है.
3. भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा के आरोपों को बेतुका बताते हुए इनका सख्त विरोध किया है. भारत ने स्पष्ट किया है कि कनाडा की सरकार अपने आंतरिक राजनीतिक लाभ के लिए इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है.
4. कनाडा की आंतरिक राजनीति
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो कई आंतरिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, और इस विवाद को उनके राजनीतिक हितों से जोड़ा जा रहा है. ऐसे में कनाडा का यह आरोप भारतीय सरकार के लिए एक रणनीतिक चुनौती बन गया है.
भारत और कनाडा के बीच खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर उत्पन्न तनाव न केवल दो देशों के राजनयिक संबंधों को प्रभावित कर रहा है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है.