NASA Alerts: नासा के जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) ने चेतावनी दी है कि एक विशाल क्षुद्रग्रह आज पृथ्वी की ओर आ रहा है, जो 500 फुट लंबा, इमारत के आकार का है. हालांकि, इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है. यह घटना वैज्ञानिकों के लिए हमारे सौरमंडल की उत्पत्ति के रहस्यों को जानने का एक शानदार मौका है. बता दें, नासा एस्टेरॉयड की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखता है. आधुनिक तकनीक का उपयोग कर नासा उन संभावित खतरों की पहचान करता है जो भविष्य में किसी गंभीर परेशानी का कारण बन सकते हैं. पिछले उदाहरण, जैसे कि डायनासोरों के विलुप्त होने के लिए जिम्मेदार Chicxulub एस्टेरॉयड, यह साबित करते हैं कि इन खगोलीय घटनाओं पर नजर रखना कितना जरूरी है.
एस्टेरॉयड 2020 WG, एक महत्वपूर्ण शोध अवसर प्रदान करता है. इसकी निकटता वैज्ञानिकों को डेटा एकत्र करने और भविष्य में एस्टेरॉयड के पथ की सटीक भविष्यवाणी करने में मदद करेगी.
क्या होता है एस्टेरॉयड?
एस्टेरॉयड सौरमंडल की शुरुआत से जुड़ी प्राचीन चट्टानें हैं, जो लगभग 2.07 अरब साल पहले बनी थीं. इन्हें छोटे ग्रह भी कहा जाता है. ये सूर्य की परिक्रमा करते हैं और इनमें वातावरण नहीं होता है, जैसा कि ग्रहों में होता है. इनकी खासियत यह है कि ये ज्यादातर अपने प्रारंभिक स्वरूप में बने रहते हैं, जिससे ये हमारे ब्रह्मांड के इतिहास के कैप्सूल की तरह होते हैं.
अनुसंधान के रोमांचक अवसर
एस्टेरॉयड के अध्ययन से हमें न केवल ब्रह्मांड की बेहतर समझ मिलती है, बल्कि पृथ्वी की सुरक्षा के लिए भी जरूरी कदम उठाने में मदद मिलती है. हालांकि, एक बड़े एस्टेरॉयड के धरती के पास से गुजरने की घटना थोड़ी चिंताजनक हो सकती है. यह वैज्ञानिक खोजों के लिए कई नए दरवाजे खोलती है. नासा की सतर्क निगरानी हमें समय पर सचेत करती रहती है, ताकि हम किसी भी खगोलीय घटना के लिए तैयार रहें.