SONG VIDEO: 'बिल बिल पाकिस्तान, भूखी है अवाम' के गायक का अपहरण! गाने की सच्चाई से घबराई पाकिस्तानी सरकार ने रची घिनौनी साजिश?

हाल ही में एक पाकिस्तानी यूट्यूबर (Pakistani Youtuber) और गायक आउन अली खोसा (Aun Ali Khosa) ने एक संगीत वीडियो जारी किया, जिसने सरकार की आलोचना करते हुए देश की मौजूदा स्थिति को उजागर किया. इस गाने का शीर्षक 'बिल बिल पाकिस्तान' (Bill Bill Pakistan Song) था, जिसे लोगों ने खूब सराहा और पसंद किया, लेकिन यह वीडियो प्रशासन को नागवार गुजरा.

'बिल बिल पाकिस्तान' वीडियो देखें

आउन अली खोसा का यह गाना अब उनके यूट्यूब चैनल से गायब हो गया है, और ऐसा माना जा रहा है कि इसे अधिकारियों ने हटवा दिया है. इस गाने ने सोशल मीडिया पर खूब धमाल मचाया, लेकिन इसी बीच यह खबर आई कि गायक खतरे में है. आउन के भाई, अली शेर खोसा ने सोशल मीडिया पर चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि 'बिल बिल पाकिस्तान' गायक का अपहरण हो गया है और उन्हें कुछ अज्ञात सशस्त्र व्यक्तियों द्वारा हिरासत में ले लिया गया है.

भाई ने की फैंस से आवाज उठाने की अपील

आउन के भाई ने फैंस और समर्थकों से अपील की है कि वे उनके भाई की रिहाई के लिए आवाज उठाएं. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "कृपया उनके लिए दुआ करें. इस खबर को फैलाएं, इससे हमारे परिवार को बहुत मदद मिलेगी." अली शेर ने कहा कि आउन सुरक्षित नहीं हैं और उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए.

ISI का हाथ?

सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने गाने को लेकर आशंका जताई कि पाकिस्तानी शासन की आलोचना करने वाले इस वीडियो के कारण गायक के अपहरण में देश की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) का हाथ हो सकता है. कुछ पोस्ट्स में दावा किया गया कि गायक को ISI ने इस गाने के लिए अपहरण कर लिया है. हालांकि, इस बात की पुष्टि शुक्रवार, 16 अगस्त तक नहीं हो पाई थी.

'बिल बिल पाकिस्तान' गाने के बारे में सबकुछ जो आपको जानना चाहिए

'बिल बिल पाकिस्तान' एक पैरोडी गाना था जिसे आउन अली खोसा ने सोशल मीडिया पर जारी किया था. इस गाने को जारी होने के तुरंत बाद हटा लिया गया और गायक को गंभीर परिणाम भुगतने पड़े. इस गाने के बोल आउन और उनके साथी अबुबकर खलील ने लिखे थे. वीडियो और डॉप का श्रेय मोहम्मद बिलाल को दिया गया था.

आखिर 'बिल बिल पाकिस्तान' गाना क्या था? इस गाने में सरकार पर गलत शासन करने और नागरिकों को असहाय स्थिति में छोड़ने का आरोप लगाया गया था. गाने के बोल देश की मौजूदा हालत पर केंद्रित थे और इसमें बताया गया कि किस तरह खराब प्रशासन के चलते देश को संकट का सामना करना पड़ रहा है.

गाने की शुरुआती पंक्तियाँ थीं, "ऐसी जमीन और आसमान. इस पासपोर्ट पे मैं जाऊं कहाँ." ये शब्द पाकिस्तानी पासपोर्ट की घटी हुई मान्यता पर कटाक्ष करते हैं, जिसे 2024 में दुनिया के चौथे सबसे खराब पासपोर्ट के रूप में रिपोर्ट किया गया है. "बढ़ते रहे ये टैक्स और बिल. मरती रहे सारी अवाम. बिल बिल पाकिस्तान. भूखी है अवाम, बिल बिल पाकिस्तान. सब खा गए हुक्मरान," आउन और खलील के लिखे हुए ये शब्द बढ़ते टैक्स बिल्स और भूखी, मरती हुई आबादी के बारे में बताते हैं, जबकि सरकारी अधिकारी संसाधनों का उपभोग करते हैं और आम लोगों के लिए कुछ अच्छा नहीं छोड़ते.

आउन अली खोसा का 'बिल बिल पाकिस्तान' गाना केवल एक पैरोडी नहीं था, बल्कि यह देश की मौजूदा स्थिति पर एक तीखा व्यंग्य था. गायक के गायब होने और उनके भाई द्वारा मदद की गुहार ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है. यह घटना न केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि सच्चाई बोलने की कीमत कितनी भारी हो सकती है.