Acute Encephalitis Syndrome: बिहार (Bihar) में चमकी बुखार (Chamki Fever) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (Acute Encephalitis Syndrome) यानी चमकी बुखार के कारण बिहार के मुजफ्फरपुर जिले (Muzaffarpur) में अब तक 34 बच्चों की मौत हो चुकी है और यह आंकड़ा दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. बता दें कि मुजफ्फरपुर के श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मरीजों की देखभाल की जा रही है. हैरत की बात तो यह है कि इस रहस्यमयी बीमारी की चपेट में आकर हर साल सैकड़ों बच्चे काल के गाल में समा जाता है. आखिर क्या है ये बीमारी और इसके लक्षण क्या है? चलिए जानते हैं, ताकि समय रहते आप अपने बच्चे को बचा सकें.
चमकी बुखार के लक्षण
एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी एईएस और जापानी इंसेफलाइटिस यानी जेई को उत्तरी बिहार में चमकी बुखार के नाम से जाना जाता है. अगर समय रहते इसके लक्षणों को पहचानकर इलाज न कराया गया तो यह बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है. इस बीमारी के शिकार बच्चों में कुछ इस तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं.
- तेज बुखार और शरीर में ऐंठन.
- बेहोशी की हालत.
- चिड़चिड़ेपन की शिकायत.
- भ्रम की स्थिति उत्पन्न होना.
- दिमाग का असंतुलित होना.
- मांसपेशियों में कमजोरी.
- बोलने व सुनने में परेशानी.
- पैरालाइज हो जाना. यह भी पढ़ें: Acute Encephalitis Syndrome: बिहार में 'चमकी बुखार' का कहर, मुजफ्फरपुर में पिछले 10 दिनों में हुई 31 बच्चों की मौत
बिहार के कई जिलों में इसका प्रकोप
बिहार में चमकी बुखार का कहर लगातार जारी है. डॉक्टरों के मुताबिक, इस बीमारी का प्रकोप उत्तरी बिहार के सीतामढ़ी, शिवहर, मोतिहारी और वैशाली में ज्यादा है. अस्पताल में आनेवाले अधिकांश पीड़ित बच्चे इन जिलों से हैं. हालांकि राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले को गंभीर बताया है और कहा है कि स्वास्थ्य सचिव पूरे मामले पर नजर रखे हैं. इसके साथ ही सभी डॉक्टरों को भी अलर्ट किया गया है.