Eid-e-Milad un Nabi 2020 Mehndi Designs: ईद-ए-मिलाद-उन-नबी (Eid-e-Milad un Nabi) का त्यौहार नजदीक आ गया है. सभी अपनी तैयारियों में लगे हैं. ईद-ए-मिलाद-उन-नबी को मवालीद अल-नबी-अल शरीफ (Mawlid al-Nabi al-Sharif) भी कहा जाता है. ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का यह त्यौहार पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब (Prophet Hazrat Muhammad) के जन्मदिवस के तौर पर मनाया जाता है. ईद-ए-मिलाद का त्योहार इस्लामिक कैलेंडर (Islamic Calendar) के तीसरे महीने 'रबी अल अव्वल' (Rabi' al-awwal) में आता है. ईद मिलाद उन-नबी या मावलिद 30 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
इस साल ईद मिलाद उन-नबी यानि की मवालीद अल-नबी-अल शरीफ 30 अक्टूबर को मनाया जाएगा. चांद के दीदार के बाद 29 अक्टूबर को ईद-ए-मिलाद का त्योहार शुरू होगा और अगले दिन 30 अक्टूबर तक मनाया जाएगा. मवालीद अल-नबी-अल शरीफ मुस्लिम धर्म में मनाए जाने वाले बड़े त्योहारों में से एक है. लेकिन इस त्यौहार को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों में अलग-अलग मत है. इस त्योहार को ज्यादातर इस्लामिक देशों में मनाया जाता है. इसके अलावा जिन देशों में मुसलमानों की आबादी ज्यादा है उन देशों में भी इस त्योहार को मनाया जाता है.
गौरतलब है कि इस साल वैश्विक महामारी कोरोना को देखते हुए लोग अपने घरों में रहकर यह त्यौहार मनाएंगे. ईद-ए-मिलाद के इस मुबारक मौके पर घर में लजीज पकवान बनाए जाते हैं. एक-दूसरे को लगे लगाकर ईद की मुबारकबाद दी जाती है. सभी पारंपरिक परिधान पहनते हैं और महिलाएं इस पर्व को मनाने के लिए अपने हाथों और पैरों में मेहंदी रचाती है. कोविड19 महामारी को देखते हुए लोग बाहर जानें से कतरा रहे हैं और किसी के भी संपर्क में से बचाव कर रहे हैं. इसी लिए हम आज अपने लेख में आपके लिए मेहंदी की कुछ नए, सुंदर और आकर्षक मेहंदी की डिज़ाइन लाएं हैं. जिन्हे देख कर आप घर बैठे सुन्दर महेंदी लगा सकती हैं.
फूल हैंड मेहंदी डिज़ाइन:
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आसान फिंगर मेहंदी डिजाइन
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फ्लोरल मेहंदी डिजाइन
हम आशा करते हैं कि आपको यह डिज़ाइन पसंद आई होंगी. अपने त्यौहार को शुभ बनाने के लिए और अपने लुक को पूरा करने के लिए मेहंदी जरूर लगाएं।इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार 571 ई. में इस्लाम के तीसरे महीने यानी रबी-अल-अव्वल की 12वीं तारीख को पैगंबर हजरत मोहम्मद का जन्म हुआ था और हैरानी की बात यह भी है कि इसी रबी-उल-अव्वल के 12वें दिन ही पैगम्बर मुहम्मद साहब का इंतकाल भी हो गया था. पैगंबर मोहम्मद साहब ने इस्लाम धर्म की पवित्र कुरान की शिक्षाओं का उपदेश दिया था. सुन्नी समाज ईद-ए-मिलाद का पर्व रबी के 12वें दिन मनाते हैं जबकि शिया समाज के लोग इस त्यौहार को रबी के 17वें दिन मानते हैं.