कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुरुवार को लोकसभा (Lok Sabha) में किसानों की खुदकुशी का मुद्दा उठाया. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में किसान पीड़ित हैं. मैं सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित करना चाहूंगा. किसानों (Farmers) को राहत देने के लिए केंद्रीय बजट (Union Budget) में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए. राहुल गांधी ने कहा कि मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करना चाहूंगा कि आरबीआई (RBI) को केरल सरकार द्वारा अधिस्थगन पर विचार करने के लिए निर्देशित किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि बैंक किसानों को वसूली नोटिस के साथ धमकी न दें. उन्होंने कहा कि कल वायनाड में एक किसान ने कर्ज के कारण आत्महत्या कर ली. वायनाड में 8000 किसानों को कर्ज न चुका पाने के लिए नोटिस भेजा गया.
राहुल गांधी ने कहा कि एक प्रासंगिक अधिनियम के तहत उनकी संपत्ति उनके बैंक कर्ज के साथ जुड़ी हुई है, जिसके परिणामस्वरूप किसानों की आत्महत्या में वृद्धि हुई है. राहुल गांधी के बयान के बाद सदन के उपनेता और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि किसानों की दयनीय स्थिति 4-5 साल में नहीं हुई है, जिन लोगों ने लंबे समय तक देश में सरकार चलाई है वो इसके लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के गठन के बाद किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं. यह भी पढ़ें- राहुल गांधी हार के बाद पहली बार पहुंचे अपने संसदीय क्षेत्र, भावुक होकर बोले- नहीं छोड़ूंगा अमेठी, आता रहूंगा
Rahul Gandhi:Yesterday,a farmer in Wayanad committed suicide due to debt. In Wayanad, bank notices for non payment of loans given to 8000 farmers. Under a relevant act their properties are attached against their bank loans, this is resulting in rise in farmers suicide.
— ANI (@ANI) July 11, 2019
राजनाथ सिंह ने कहा कि सभी किसानों को 6 हजार रुपये देने की योजना हमारी सरकार ने लागू की है और इससे उनकी आय में वृद्धि भी हुई है. गौरतलब है कि केरल के पुल्लप्पी जिले में बुधवार को 55 साल के एक किसान ने जहरीला पदार्थ खाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली. इससे पहले मई में वायनाड के कर्ज में डूबे 53 साल के किसान दिनेश कुमार ने जहरीला पदार्थ खाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी.