कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) रविवार को पश्चिम बंगाल दौरे के दूसरे दिन राजधानी कोलकाता में हैं. पीएम ने रविवार रविवार को बेलूर मठ में दर्शन किए. पीएम मोदी ने इसके बाद स्वामी विवेकानंद जयंती पर युवाओं को संबोधित किया. पीएम ने विवेकानंद जयंती की बधाइयां देते हुए आगे कहा- देश का हर युवा चाहे विवेकानंद को जाने-अनजाने में उसी संकल्प का ही हिस्सा है, वक्त बदला है, दशक और सदी बदल गई है. लेकिन स्वामी जी का संकल्प को सिद्धी तक पहुंचाने का जिम्मा, हम पर और आने वाली पीढ़ियों पर है. पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में युवाओं की आबादी भारत में सबसे ज्यादा है. उन्होंने कहा कि भारत के युवा जिस मुहिम में जुड़ते हैं, उसकी सफलता तय है.
पीएम ने कहा कि डिजिलट लेन-देन, स्वच्छता अभियान जैसे मुहिम युवाओं की भागीदारी के बदौलत कामयाब हो रहे हैं. पीएम ने कहा कि कुछ साल पहले तक युवा भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़कों पर खड़े थे, तब लगता था कि इसे लेकर परिवर्तन संभव नहीं है, लेकिन अब बदलाव साथ दिख रहा है.
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यह कानून नागरिकता छीनने के लिए नहीं-
PM Modi: I repeat again, Citizenship act is not to revoke anyone's citizenship, but it is to give citizenship. After independence, Mahatma Gandhi ji and other big leaders of the time all believed that India should give citizenship to persecuted religious minorities of Pakistan pic.twitter.com/UFyC0MsnDe
— ANI (@ANI) January 12, 2020
पीएम मोदी बेलूर मठ में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा, बेलूर मठ आना तीर्थयात्रा की तरह है. पीएम मोदी ने कहा कि वे सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें बेलूर मठ में रातभर रहने को मौका मिला है. पीएम ने इसके लिए बेलूर मठ प्रशासन और पश्चिम बंगाल सरकार का धन्यवाद दिया. पीएम ने कहा कि प्रोटोकॉल की मजबूरियों के बावजूद ये सब संभव हो सका है, इसके लिए वे सरकार के आभारी हैं.
पीएम मोदी ने CAA को लेकर एक बार फिर अपनी बात देश के सामने राखी. पीएम ने कहा, नागरिकता कानून को लेकर देश भर में चर्चा हो रही है. पीएम ने कहा कि इस कानून को लेकर कुछ युवा भ्रम के शिकार हैं. उन्होंने कहा वे एक बार फिर से वे लोगों को आश्वस्त कर रहे हैं कि यह कानून नागरिकता देने के लिए बना है. छीनने के लिए नहीं. पीएम ने कहा कि ये कानून रातों-रात नहीं बना है. बल्कि इस कानून में संसद के जरिए मात्र एक संशोधन किया गया है.
महात्मा गांधी भी यही चाहते थे
पीएम ने कहा कि इस कानून में धर्म के आधार पर प्रताड़ित लोगों को नागरिकता लेने के लिए सहूलियत बढ़ाई गई है. पीएम ने कहा, पाकिस्तान में धर्म के आधार पर प्रताड़ित लोगों को भारत की नागरिकता मिले ऐसा महात्मा गांधी भी चाहते थे. पीएम ने कहा पाकिस्तान के जुल्म के खिलाफ भारत का युवा आवाज उठा रहा है. पाकिस्तान को जवाब देना पड़ेगा कि 70 साल में वहां अल्पसंख्यकों के साथ जुल्म क्यों हुआ.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान विपक्ष पर भी निशाना साधा. पीएम ने कहा कि इतनी स्पष्टता के बावजूद, कुछ लोग सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट को लेकर भ्रम फैला रहे हैं. आप लोग समझ गए हैं लेकिन राजनीति का खेल खेलने वाले इसे समझना नहीं चाहते हैं. क्या भारत आए शरणार्थियों को मरने के लिए छोड़ देना चाहिए, क्या उन्हें लेकर हमारी जिम्मेदारी नहीं है. पीएम ने कहा, किसी भी धर्म का व्यक्ति जो भगवान को मानता हो ना मानता हो, जो व्यक्ति भारत के संविधान को मानता हो, वह तय प्रक्रियाओं के तहत भारत की नागरिकता ले सकता है.