![Mizoram Election Results 2023: मिजोरम में MNF या ZPM किसकी होगी जीत, वोटों की गिनती शुरू, सुरक्षा के कड़े इंतेजाम Mizoram Election Results 2023: मिजोरम में MNF या ZPM किसकी होगी जीत, वोटों की गिनती शुरू, सुरक्षा के कड़े इंतेजाम](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2023/11/Counting-380x214.jpg)
Mizoram Election Results 2023: मध्य प्रदेश, राजस्थान, छतीसगढ़, तेलंगाना के चुनाव परिणाम के बाद मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती सोमवार सुबह 8 बजे से शुरू हो चुकी है. इसके लिए सभी 11 जिलों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. वोटों की गिनती शुरू होने के बाद मिजोरम में MNF या ZPM किसकी होगी जीत होगी शुरुआती रुझान में सबकी निगाहें होगी. मिजोरम में विधानसभा की कुल 40 सीटें हैं. बहुमत का आंकड़ा 21 हैं. एग्जिट पोल के नतीजों के अनुमान के अनुसार मिजोरम में MNF या ZPM के बीच कांटे की टक्कर हैं. लेकिन चुनाव में ZPM जके जीतने के ज्यादा अनुमान हैं.
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच. लियानजेला ने कहा कि महिलाओं सहित चार हजार से अधिक अधिकारियों को लगाया गया है जो रविवार सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती के लिए राज्य भर के 13 केंद्रों पर तैनात रहेंगे.उन्होंने आईएएनएस को बताया, विभिन्न जिलों में लगभग 40 मतगणना हॉल बनाए गए हैं. लियानजेला ने कहा कि सभी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (ईवीएम) सभी 11 जिला मुख्यालयों के स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रूप से रखी गई हैं. यह भी पढ़े: Mizoram Election 2023: मिजोरम में चुनाव ड्यूटी पर तैनात 2 पुलिसकर्मियों की अलग-अलग घटनाओं में मौत
Tweet:
Counting of votes for Mizoram Elections 2023 begins. pic.twitter.com/S1IJmvFwR7
— ANI (@ANI) December 4, 2023
पुलिस महानिदेशक अनिल शुक्ला ने बताया कि मतगणना के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय किये गये हैं। कानून-व्यवस्था बनाए रखने और वोटों की गिनती सुचारू रूप से संपन्न हो यह सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और मिजोरम सशस्त्र पुलिस की टुकड़ियों को तैनात किया जाएगा.
Video:
#WATCH | Counting of votes for #MizoramElections2023 has begun. Visuals from a counting centre in Aizawl. pic.twitter.com/ZkGZDziI9Z
— ANI (@ANI) December 4, 2023
40 सीटों के लिए 7 नवंबर को डाले गए थे वोट:
मिजोरम की 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए 7 नवंबर को मतदान हुआ था. कुल 8.57 लाख मतदाताओं में से 80 प्रतिशत से अधिक ने 16 महिलाओं सहित 174 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), राज्य के मुख्य विपक्षी ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस ने सभी 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि आम आदमी पार्टी चार सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इनके अलावा 27 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं।
भाजपा ने भाषाई अल्पसंख्यक आबादी वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देते हुए 23 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, खासकर जहां रियांग और चकमा आदिवासी समुदाय मतदाताओं की पर्याप्त संख्या है।
ईसाई-बहुल (87 प्रतिशत) राज्य में वोटों की गिनती पहले रविवार को होनी थी, लेकिन प्रभावशाली यंग मिज़ो एसोसिएशन (वाईएमए) सहित सभी राजनीतिक दलों, गैर-सरकारी संगठनों, नागरिक समाज संगठनों, चर्चों, युवाओं और छात्र निकायों की अपील के बाद भारतीय निर्वाचन आयोग ने मतगणना सोमवार को पुनर्निर्धारित की.
मिजोरम की सबसे शक्तिशाली एनजीओ समन्वय समिति (एनजीओसीसी), जो प्रमुख नागरिक समाजों और छात्र निकायों की एकछत्र संस्था है, ने राज्य विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती की तारीख में बदलाव की मांग करते हुए शुक्रवार को राज्य भर में विरोध-प्रदर्शन किया।
पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने भी चुनाव आयोग से मुलाकात कर अवगत कराया कि चूंकि रविवार ईसाइयों के लिए पवित्र है और राज्य के अधिकांश लोग - ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के - उस दिन चर्च सेवाओं में शामिल होते हैं, इसलिए मतगणना को किसी और दिन के लिए पुनर्निर्धारित किया जाना चाहिए.