
छत्तीसगढ़ में 11 फरवरी 2025 को नगरीय निकाय चुनाव संपन्न हुए, जिनके परिणाम 15 फरवरी 2025 को घोषित किए गए. इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 10 में से 10 नगर निगमों में महापौर पद पर जीत हासिल की है, जिससे कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. कुल मिलाकर, राज्य के 173 नगरीय निकायों में भाजपा ने महत्वपूर्ण बढ़त बनाई है. इन चुनावों में 72.33% मतदान हुआ, जो पिछले चुनावों की तुलना में लगभग 5% अधिक है. हालांकि, राज्य के 19 नगरीय निकायों में इस वर्ष चुनाव नहीं हुए, क्योंकि इनका कार्यकाल 2026 में समाप्त होगा. इनमें 4 नगर निगम, 5 नगरपालिका परिषद, और 10 नगर पंचायत शामिल हैं. इन चुनाव परिणामों से स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा ने नगरीय निकायों में अपनी स्थिति मजबूत की है, जबकि कांग्रेस को महत्वपूर्ण नुकसान का सामना करना पड़ा है.

भाजपा महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे ने छत्तीसगढ़ निकाय चुनाव में शानदार जीत के बाद कहा कि यह जीत सुशासन और पार्टी की मेहनत का परिणाम है. उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के काम की सराहना करते हुए कहा कि जनता ने उनकी नीतियों पर भरोसा जताया है, जिसके चलते भाजपा को इतनी बड़ी सफलता मिली है.चौबे ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की कड़ी मेहनत ने इस जीत को संभव बनाया. उन्होंने सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए भरोसा दिलाया कि नगर के विकास और जनता की भलाई के लिए वे पूरी निष्ठा से कार्य करेंगी.

जगदलपुर महापौर सीट पर बीजेपी के संजय पांडे ने जीत दर्ज की. इस जीत के साथ नगर निगम में बीजेपी की स्थिति मजबूत हुई है. कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है.

बिलासपुर नगर निगम चुनाव में बीजेपी को बड़ी बढ़त मिली है, 70 में से 47 वार्डों में आगे चल रही है. कांग्रेस सिर्फ 19 वार्डों में बढ़त बनाए हुए है, जबकि 4 वार्डों में अन्य प्रत्याशी आगे हैं. इन नतीजों से बीजेपी की नगर निगम में मजबूत पकड़ बनती दिख रही है.

छत्तीसगढ़ निकाय चुनाव में बीजेपी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया, 10 में से 5 निगमों में जीत दर्ज की और 5 पर बढ़त बनाए हुए है. कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है, कई क्षेत्रों में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी की इस सफलता से राज्य की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है.

छत्तीसगढ़ के धमतरी नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने एकतरफा जीत हासिल की है. भाजपा प्रत्याशी जगदीश रामू मेहरा ने 34 हजार वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की है. चुनाव में कांग्रेस को करारा झटका लगा, क्योंकि उनके प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया था, जिससे भाजपा को शुरुआत से ही बढ़त मिल गई थी. इस बड़ी जीत के साथ धमतरी में भाजपा का दबदबा कायम हो गया है.

छत्तीसगढ़ नगर निकाय चुनाव की मतगणना जारी है और कई स्थानों के नतीजे सामने आ चुके हैं. रायगढ़ नगर निगम में भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है, जहां चाय बेचने वाले जीववर्धन चौहान ने मेयर पद पर कब्जा जमाया है. जीववर्धन चौहान अपनी चाय की दुकान चलाने के साथ जनता के बीच सक्रिय रहे, और अब जनता ने उन पर विश्वास जताते हुए नगर निगम की कमान सौंपी है. उनकी ऐतिहासिक जीत पर प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि रायगढ़ में भाजपा की यह जीत अभूतपूर्व है और जीववर्धन चौहान का मेयर बनना समाज में एक बड़ी प्रेरणा है. उन्होंने यह भी कहा कि पूरे प्रदेश में भाजपा को शानदार सफलता मिल रही है.

Chhattisgarh Nagar Nigam Results 2025: रायपुर नगर निगम में 15 साल बाद मेयर पद पर भाजपा की वापसी तय मानी जा रही है. मतगणना में भाजपा प्रत्याशी मीनल चौबे 1 लाख से अधिक वोटों से निर्णायक बढ़त बनाए हुए हैं. पिछले कार्यकाल में नेता प्रतिपक्ष रहीं मीनल चौबे अब रायपुर की नई महापौर बनने की ओर अग्रसर हैं. अपनी बढ़त पर प्रतिक्रिया देते हुए मीनल चौबे ने कहा कि भाजपा जनता से किए गए वादों को पूरा करेगी. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता ने बदलाव का फैसला लिया है. साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन पर जनता के भरोसे को इस जीत की वजह बताया.

छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी की बढ़त के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ऐतिहासिक जीत की ओर बढ़ रही है. सीएम साय ने प्रदेश की जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह जीत जनता के विश्वास का परिणाम है. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं की सराहना करते हुए कहा कि भाजपा सरकार के कार्यों से जनता का भरोसा मजबूत हुआ है, जो अब जनादेश के रूप में सामने आ रहा है. उन्होंने आश्वासन दिया कि पार्टी जन अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए और अधिक समर्पण के साथ कार्य करेगी.

छत्तीसगढ़ नगर निकाय चुनाव के नतीजों में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है. विधानसभा स्पीकर धर्मराज कौशिक की सीट पर आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को करारी शिकस्त दी है. आप की प्रत्याशी नीलम विजय वर्मा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बिलासपुर की सबसे बड़ी नगर पालिका, बोदरी नगरपालिका अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की है.
Chhattisgarh Nagar Nigam Chunav Result Live Updates: 15 फरवरी, 2025 को छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनावों के परिणाम घोषित होने शुरू हो गए हैं. राज्य की 10 नगर निगम, 49 नगर पालिका परिषद और 114 नगर पंचायतों में हुए चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भारी बढ़त मिल रही है. पहली बार ईवीएम के माध्यम से कराए गए इस चुनाव में 72.33% मतदान हुआ, जिसमें पुरुषों ने महिलाओं की तुलना में 1.5% अधिक भागीदारी दर्ज की.
बीजेपी का जोरदार प्रदर्शन
राज्य की 10 नगर निगमों में से अंबिकापुर, चिरमिरी, रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, धमतरी, कोरबा, राजनांदगांव, रायगढ़ और जगदलपुर समेत सभी में भाजपा प्रत्याशी बड़े अंतर से आगे चल रहे हैं.
रायपुर नगर निगम में भाजपा की मेयर प्रत्याशी मीनल चौबे 44,331 वोटों से आगे हैं, जबकि 70 में से 48 वार्डों पर पार्टी का कब्जा है.
दंतेवाड़ा जिले की 5 नगर पालिकाओं और पंचायतों पर भाजपा का दबदबा है, जहां पायल गुप्ता और राजू जायसवाल जैसे प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की .
कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं
कांग्रेस ने गरियाबंद के देवभोग नगर पंचायत और कुनकुरी नगर पंचायत जैसे कुछ क्षेत्रों में जीत हासिल की है, लेकिन बड़े शहरों में उसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्विटर पर बीजेपी की जीत को "सुशासन की हार" बताया और ईवीएम पर सवाल उठाए.
ईवीएम पर बहस और तकनीकी समस्याएं
इस चुनाव में पहली बार ईवीएम का इस्तेमाल हुआ, लेकिन खैरागढ़-चुईखदान, गरियाबंद और दंतेवाड़ा जैसे जिलों में तकनीकी गड़बड़ियां सामने आईं. कांग्रेस नेता अमरजीत भगत ने ईवीएम को हार का कारण बताते हुए बैलेट पेपर की मांग की.
निर्दलीयों ने दिखाई मजबूती
अंबागढ़ चौकी और अहिवारा जैसे क्षेत्रों में निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की. अंबागढ़ चौकी से अनिल मानिकपुरी और अहिवारा से विद्यानंद कुशवाहा ने बड़े अंतर से जीत हासिल की.
जश्न और विवाद साथ-साथ
भाजपा कार्यालय में लड्डू और गुलाब जामुन के साथ जीत का जश्न शुरू हो गया है, जबकि कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा पसरा है. बिलासपुर और रायपुर में मतदान के दौरान झड़पों की घटनाएं भी सामने आईं, जहां पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
छत्तीसगढ़ निकाय चुनाव में बीजेपी की जीत न केवल शहरी क्षेत्रों में उसकी मजबूती को दर्शाती है, बल्कि 2023 के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस के लिए चिंता बढ़ाने वाली है. हालांकि, ईवीएम पर उठे सवाल और निर्दलीयों की सफलता चुनावी प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं. अब नजर राज्य की "छोटी सरकार" के गठन पर है, जिसके लिए दोनों दलों की रणनीतियां निर्णायक होंगी.