
Maharashtra Marathi School: महाराष्ट्र में मराठी स्कूलों में बच्चों की संख्या तेजी के साथ कम हो रही है. जिसके चलते यह कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में ज्यादातर स्कूल बंद हो जाएंगे. इन कयासों को खारिज करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रदेश में कोई भी मराठी स्कूल बंद नहीं किया जाएगा.
आगे फडणवीस ने यह भी कहा कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए एक तंत्र स्थापित कर रहे हैं कि यह निर्देश सही तरीके से लागू हो. फडणवीस ने यह भी कहा, "इसके अलावा, हमने यह अनिवार्य किया है कि सभी स्कूलों में, चाहे वे मराठी हों या हिंदी, मराठी का शिक्षण दिया जाए. यह भी पढ़े: Maharashtra: महाराष्ट्र के सरकारी दफ्तरों में मराठी अनिवार्य, फडणवीस सरकार का बड़ा फैसला
महाराष्ट्र के सरकारी दफ्तरों में मराठी अनिवार्य
करीब दो हफ्ते महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के सरकारी और अर्ध-सरकारी कार्यालयों में सभी अधिकारियों के लिए केवल मराठी में बात करना अनिवार्य कर दिया. इस संबंध में जारी सरकारी प्रस्ताव (जीआर) में यह भी कहा गया है कि स्थानीय स्वशासन, सरकारी निगमों और सरकारी सहायता प्राप्त प्रतिष्ठानों में मराठी बोलना अनिवार्य है.
जीआर में यह भी कहा गया
जीआर में यह भी चेतावनी दी गयी है कि दोषी अधिकारियों को अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. पिछले वर्ष स्वीकृत मराठी भाषा नीति में भाषा के संरक्षण, संवर्धन, प्रसार और विकास के लिए उठाए गए कदमों को आगे बढ़ाने के लिए सभी सार्वजनिक मामलों में मराठी के उपयोग की सिफारिश की गई थी.
जीआर में यह भी कहा गया है कि सभी कार्यालयों में पीसी (पर्सनल कंप्यूटर) कीबोर्ड पर रोमन वर्णमाला के अलावा मराठी देवनागरी वर्णमाला भी होनी चाहिए.